दुनिया का पहला टेक्सट मैसेज (एसएमएस) की नीलामी होने जारी है। वोडाफोन के एक कर्मचारी ने सबसे पहला मैसेज साल 1992 में भेजा था। उसने अपने सहकर्मी को यह मैसेज भेजा था और उसमें लिखा था क्रिसमस की शुभकामनाएं । अब इस मैसेज की नीलामी  करीब 1 करोड़ 71 लाख रुपए में हो सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटिश प्रोगामर नील पापवोर्थ ने 29 साल पहले 3 दिसंबर 1992 को दुनिया का पहला मैसेज भेजा था। अब टेलीकॉम  कंपनी वोडाफोन इस मैसेज को नीलाम करने जा रही है। इस एसएमएस की डिजिटल प्रति की नीलामी पेरिस में की जाएगी। एगट्स ऑक्सन हाउस में 21 दिसंबर 2021 तक नीलामी होगी। टेलीकॉम  कंपनी वोडाफोन में नील पापवोर्थ एक डेवलपर और टेस्ट इंजीनियर थे। इसी दौरान उन्होंने इस एसएमएस को कंप्यूटर से अपने सहकर्मी रिचर्ड जारविस को भेजा था। साल 1992 में रिचर्ड जारविस कंपनी के डायरेक्टर थे। पापवोर्थ ने रिचर्ड को यह एसएमएस ऑर्बिटल 901 हैंडसेट पर भेजा था। नील पापवोर्थ ने साल 2017 में एक कार्यक्रम के दौरान इसके बारे में कहा था कि जब उन्होंने इस एसएमएस को भेजा था तब यह नहीं सोचा था कि ये इतना फेमस हो जाएगा। उन्होंने बच्चों को जानकारी दी थी कि उन्होंने दुनिया का पहला एसएमएस भेजा था। वोडाफोने ने एसएमएस की नीलामी के पैसे क्या होगा इस बारे में जानकारी दी है। कंपनी की तरफ से कहा गया है कि नीलामी से जो भी कमाई होगी उसको यूएनएचसीआर-यूएन रिफ्यूजी एजेंसी को दे दिया जाएगा। सबसे बड़ी बात यह है कि साल 1992 में पहला एसएमएस भेजा गया था। साल 1995 तक सिर्फ 0.4 प्रतिशत लोग ही औसतन हर महीने एसएमएस भेजते थे। लेकिन अब तो लोग ज्यादातर बात एसएमएस पर भी कर लेते हैं, क्योंकि लोगों के पास इस भागदौड़ भरी जिंदगी में बात करने का समय कम मिलता है।