नवंबर 2021 के आखिरी सप्ताह में एयरटेल, वोडाफोन आइडिया ने अपने प्री-पेड प्लान महंगे किए उसके बाद एक दिसंबर से रिलायंस जियो के प्लान महंगे हो गए हैं। निजी टेलीकॉम कंपनियों के प्री-पेड प्लान 25 फीसदी तक महंगे हुए हैं, लेकिन वैधता को लेकर अभी भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। आमतौर पर कोई महीना 30 दिनों या 31 दिनों का होता है, लेकिन टेलीकॉम कंपनियों के लिए महीना 28 दिनों का होता है। ग्राहकों से पैसे लिए जाते हैं 30 दिनों के और रिचार्ज की वैलिडिटी होती है 28 दिनों की। ऐसे में साल में 12 महीनों के लिए ग्राहकों को 13 महीने का रिचार्ज करना पड़ता है और टेलीकॉम कंपनियों की झोली में एक महीने के रिचार्ज के पैसे मुफ्त में जाते हैं। इसकी शुरुआत जियो के आने के बाद से हुई थी। उससे पहले 30 दिनों की वैधता मिलती है, हालांकि बीएसएनएल के कई प्लान में अब भी 30 दिनों की वैधता मिलती है। यह पूरा का पूरा मार्केटिंग का तरीका है। उदाहरण के तौर पर यदि आप एक महीने में 28 दिन मान लेते हैं तो एक साल में 13 महीने हो जाएंगे। अभी हाल ही में एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने अपने कुछ नए प्लान के साथ फ्री एसएमएस सुविधा नहीं दी थी तो टेलीकॉम वॉचडॉग ने ट्राई से इसकी शिकायत की थी जिसके बाद ट्राई ने फ्री मैसेजिंग को लेकर कंपनियों को आदेश दिया। अब पिछले पांच साल से 30 दिन की जगह ग्राहकों को 28 दिनों की वैधता मिल रही है तो वॉचडॉग को इसकी कोई फिक्र ही नहीं है। टेलीकॉम रेगुलेटरी ऑथरिटी ऑफ इंडिया ने अभी इस मसले पर कभी बात करने की कोशिश नहीं की।