पूर्वांचल प्रहरी डेस्क संवाददाता

गुवाहाटी : वाणिज्य एवं उद्योग, कपड़ा, उपभोक्ता मामले और खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए गंतव्य त्रिपुरा-निवेश शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा है कि पूर्वोत्तर रबर उत्पादन के केंद्र के रूप में उभर सकता है। गोयल ने कहा कि 30,000 हेक्टेयर की खेती के साथ त्रिपुरा देश में रबर का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। मंत्री ने त्रिपुरा सरकार का आह्वान किया कि वह राज्य में रबड़ के बागानों का विस्तार करने के लिए सबसे पहले पहल करें और जल्दी हार्वेस्टर के रूप में लाभ उठाएं। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने आगामी 5 वर्षों में पूर्वोत्तर राज्यों में कुल 2 लाख हेक्टेयर में रबड़ के बागानों की योजना बनाई है। ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैख्रर्स एसोसिएशन (एटीएमए) के प्रतिनिधित्व वाली चार प्रमुख टायर कंपनियों ने पांच साल की अवधि में पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों में 2,00,000 हेक्टेयर भूमि में रबर प्लांटेशन विकास के लिए 1,000 करोड़ रुपए का योगदान करने का संकल्प लिया है। वर्तमान वर्ष में 1 मार्च को रबर बोर्ड और एटीएमए के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे। टायर कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराए गए धन का उपयोग 2021 में रोपण शुरू करने के लिए रोपण सामग्री की खरीद के लिए किया जा रहा है।