पूर्वांचल प्रहरी कार्यालय संवाददात

गुवाहाटीः विश्व विख्यात शक्ति पीठ कामाख्या धाम को लेकर एआईयूडीएफ के वरिष्ठ विधायक आमिनुल इस्लाम की ओर से आपतिजनक टिप्पणी करने पर मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने रविवार को आमिनुल इस्लाम को कड़ी चेतावनी दी। मुख्यमंत्री डॉ.शर्मा ने कहा कि कामाख्या मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है। इस मंदिर समेत जैन, बौध धर्म और हमारी सभ्यता एवं संस्कृृति पर अगर किसी ने हमला किया तो हम उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री शर्मा ने एआईयूडीएफ के विधायक के प्रति कड़ा रूख अख्तियार करते हुए कहा कि विवादित  टिप्पणी करने की वजह से इससे पहले कांग्रेस के विधायक जेल की हवा खा रहे हैं, अगर आमिनुल का भी यही रवैया रहा तो उसे भी जेल की हवा खानी पड़ेगी। मुख्यमंत्री शर्मा इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि औरंगजेब तो क्या उसके पिता भी असम की धरती पर नहीं आए थे। ऐसे में कामाख्या मंदिर के लिए जमीन आवंटित करने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि इस प्रकार के एक धर्म पर हमला किसी तरह से हमारी सरकार बर्दाश्तत नहीं करेगी। साथ ही अगर कोई भी व्यक्ति सोच-समझ कर ऐसा करता है तो उन्हें कड़ी सजा के तहत जेल की सलाखों के पीछे जाना होगा। उन्होंने इस्लाम धर्म के प्रति भी आस्था दिखाते हुए कहा कि धार्मिक दृष्टिकोण से हम यह भी बर्दाश्त नहीं करेंगे कि कोई भी राजनेता मुहम्मद साहब पर भी किसी तरह की टिप्पणी करे, क्योंकि उन व्यक्तियों के साथ हम किसी प्रकार की तुलना नहीं कर सकते, ऐसे में हमें त्वरित राजनीतिक लाभ के लिए किसी तरह की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर एआईयूडीएफ या अन्य दलों के नेताओं को कुछ कहना है तो आर्थिक विकास के मुद्दें या मुझ पर कोई टिप्पणी कर सकते हैं, इसमे कोई दिक्कत नहीं है।