अमरीका, भारत और यूरोपीय देशों समेत लगभग तीस देशों में कोरोना के नए वैरिएंट की दस्तक ने सरकारों और आम नागरिकों को गहरी चिंता में डाल दिया है। विभिन्न देशों की सरकारें जहां कड़े प्रतिबंध लगाने पर गंभीरता से विचार कर रही हैं वहीं निवेशकों की नींद उड़ गई है। मंदी के दौर से बाहर आ रही वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नई आफत से पड़ने वाले प्रभाव की चिंता से लोगों में घबराहट है। अमरीका, जर्मनी और रूस ने जहां कड़े प्रतिबंधों को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। गुरुवार को यूरोपीय स्टाक एक्सचेंज में गिरावट का रुख रहा। पिछले सत्र में निवेशकों को जो लाभ हुआ उसे वे गंवा बैठे। हालांकि वाल स्ट्रीट में थोड़ी मजबूती देखने को मिली। नए वैरिएंट का नाम सामने आने के बाद पिछले शुक्रवार को बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली थी। तबसे बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। जर्मनी की सरकार ने इस मुद्दे पर क्षेत्रीय नेताओं से बातचीत शुरू कर दी है। हो सकता है अगले कुछ दिनों में टीका न लगवाने वाले लोगों पर घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया जाए। अमरीका में ओमिक्रोन का पहला मामला कैलिफोर्निया में पूर्ण टीकाकरण करा चुके एक व्यक्ति में मिला है। वह 22 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से अमेरिका लौटा था। सात दिन बाद हुई जांच में वह ओमिक्रोन से संक्रमित पाया गया। सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पहचाने गए ओमिक्रोन के बारे में अभी किसी के पास बहुत जानकारी नहीं है। लेकिन मध्य नवंबर में पहचाना गया यह वैरिएंट अब तक तीस देशों में पहुंच चुका है। यूरोप के कई देश जो अभी डेल्टा वैरिएंट से बुरी तरह परेशान उनके लिए ओमिक्रोन कोढ़ में खाज की तरह साबित हो सकता है।