भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवें एवं अंतिम टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड पर रोमांचक जीत दर्ज कर शृंखला बराबर कर ली है। दोनों टीमों ने दो-दो मैच जीते हैं, जबकि एक मैच ड्रॉ रहा। इस जीत के साथ भारत आईसीसी की अंक तालिका में एक पायदान छलांग लगाकर तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, जबकि इंग्लैंड तीसरे स्थान से चौथे स्थान पर पहुंच गया है। आस्ट्रेलिया टेस्ट मैचों की आईसीसी तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है, जबकि श्रीलंका दूसरे स्थान पर है। फिलहाल भारत के पास कुल 28 अंक है। पांचवें टेस्ट मैच में भारत ने पहली पारी में 224 रन बनाये, जबकि पहली पारी में इंग्लैंड ने 247 रन बनाकर भारत पर 23 रन की बढ़त ले ली थी। भारत ने दूसरी पारी में 396 रन बनाये तथा इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 373 रन का लक्ष्य रखा। इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट 105 तथा हैरी ब्रूक ने 111 रन की शानदार पारी खेल कर भारत को जीत से लगभग दूर कर दिया था। लेकिन इन दोनों के आउट होने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने मैच को भारत की तरफ खींचने के लिए भरसक प्रयास किया। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड को जीत के लिए 35 की दरकार थी, जबकि उनके चार विकेट बचे थे। पांचवें दिन भारतीय गेंदबाजों खासकर मो. सिराज ने घातक गेंदबाजी कर पांचवें मैच को इंग्लैंड के जबड़े से निकाल लिया। दूसरी पारी में मो. सिराज को पांच विकेट मिले, जबकि प्रसिद्ध कृृष्णा को चार तथा आकाश दीप को एक विकेट मिला। भारत ने केवल छह रनों से जीत दर्ज कर अपना परचम फहराया। एटङ्क्षकशन के आउट होने के साथ ही भारत के सिर पर जीत का सेहरा बंध गया। इस शृंखला से पहले इस युवा भारतीय टीम को कम आंका जा रहा था। लेकिन शुभमन गिल के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने सबका लोहा मनवा लिया। कप्तान के रूप में किसी एक शृंखला में शुभमन गिल ने कुल 733 रन बनाये, जबकि गावस्कर ने 732 तथा विराट कोहली ने 655 रन बनाये हैं। छठे नंबर पर खेलते हुए रवीन्द्र जडेजा ने दूसरी पारी में 53 रन बनाये। जडेजा ने छठे नंबर पर खेलते हुए पूरी शृंखला में 516 रन बनाये जो एक रिकॉर्ड है। एक शृंखला में छठे नंबर पर खेलते हुए वेस्ट इंडीज के गारफील्ड सोबर्स ने 722 रन तथा पाकिस्तान के वसीम राजा ने 517 रन बनाये हैं। भारत को जीत दर्ज दिलाने के लिए मो. सिराज ने आज पूरी ताकत झोंक दी थी। इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास सिराज की गेंदबाजी का कोई जवाब नहीं था। रोहित शर्मा एवं विराट कोहली की अनुपस्थिति में युवा भारतीय टीम का इंग्लैंड में अलग तरह का अनुभव रहा। वहां से भारतीय खिलाड़ियों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। तीसरे नंबर पर बैटिंग करने आये साई सुदर्शन एवं करुण नायर का प्रदर्शन फीका रहा। दोनों बल्लेबाजों को अपनी अहमियत साबित करनी होगी। भारतीय गेंदबाजों को बुमराह की अनुपस्थिति में विपक्षी टीमों के खिलाफ असरदार होना पड़ेगा। ऐसा लगता है कि बुमराह की अनुपस्थिति में मो. सिराज ने अपनी जिम्मेवारी का अच्छा से निर्वाह किया। पूरी शृंखला में भारत के फिरकी गेंदबाज कुलदीप यादव का न खेलना आश्चर्यजनक रहा। हालांकि इस विषय में कोई जवाब टीम प्रबंधन ही दे सकता है। फील्डिंग के क्षेत्र में भी टीम इंडिया को काफी सुधार की जरूरत है।
भारत की रोमांचक जीत
