कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए दुनिया भर में फिर से दहशत का माहौल बन गया है। सभी देश कोरोना के इस नए वैरिएंट से बचाव के लिए तैयारी में जुट गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ओमिक्रोन कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले काफी खतरनाक है तथा यह तेजी से फैलता है। दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रोन का प्रभाव सबसे ज्यादा देखने को मिला है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने सोमवार को अपने सभी 194 सदस्य देशों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वे टीकाकरण की गति को और तेज करें। यह संतोष का विषय है कि अभी तक भारत में कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमण का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को संसद में कहा कि अभी तक कुल 14 देशों में कोरोना के इस नए वैरिएंट के मामले सामने आए हैं, किंतु भारत अभी तक बचा हुआ है। अब भारत को भी कोरोना के इस नए खतरनाक प्रकोप से बचाने के लिए हरसंभव उपाय करने की जरूरत है। जापान, स्कॉटलैंड, इजरायल, मोरक्को, कनाडा, नीदरलैंड, आस्ट्रेलिया सहित कई देशों ने अपने देश से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर तत्काल प्रभाव से पाबंदी लगा दी है। अब विदेशी यात्री इन देशों में नहीं आ सकेंगे। भारत सरकार ने पहले 15 दिसंबर से अंतर्राष्ट्रीय उड़ान शुरू करने की घोषणा की थी, लेकिन बदले परिवेश में भारत सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार करने जा रही है। उम्मीद है कि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें अगले आदेश तक बंद रह सकती हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक कर स्थिति की समीक्षा की है तथा संबंधित विभागों एवं राज्य सरकारों को आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने भी कोरोना की आहट को ध्यान में रखते हुए अपने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया है। अब केंद्र सरकार हर घर दस्तक योजना के तहत सभी घरों में जाकर वैक्सीन देने की मुहिम चला रही है। अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर वैक्सीन देंगे। 31 दिसंबर तक सभी लोगों को वैक्सीन देने की योजना है। अब सरकार मतदाता सूची में शामिल लोगों का नाम देखकर जांच करवा रही है कि लोगों ने वैक्सीन लिया है या नहीं। असम के भी सभी जिलों में इस तरह का अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। कोरोना से बचने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने के साथ-साथ टीकाकरण भी जरूरी है। विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री भी कोरोना के नए वैरिएंट के प्रसार को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधा की तैयारी बढ़ाने में जुट गए हैं। कई राज्यों ने ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की पहल की है। कोरोना के बढ़ते प्रभाव का असर शेयर बाजार सहित विभिन्न क्षेत्रों में पड़ रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी का नीचे गिरना इसका जीता-जागता उदाहरण है। कोरोना नए वैरिएंट से बचाव के लिए सरकार को अभी से ही कमर कसनी होगी। साथ ही जनसाधारण को भी सावधान रहना होगा, ताकि कोरोना को मात दी जा सके। अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक आगे भी जारी रहनी चाहिए।
कोरोना के नए वैरिएंट से दहशत
