आतंकवाद को खत्म करने के लिए  पाकिस्तानियों को आना चाहिए आगे : मोदी

भुज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान के लोगों को यह समझना चाहिए कि उनकी सरकार और सेना अपने फायदे के लिए आतंकवाद का समर्थन कर रही हैं, इसलिए उन्हें स खतरे को खत्म करने के लिए आगे आना चाहिए, जो उनके जीवन को बर्बाद कर रहा है। गत 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार की सैन्य प्रतिक्रिया के रूप में 'ऑपरेशन सिंदूर के बाद गुजरात की अपनी पहली यात्रा पर आए मोदी ने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान के लोग शांति का रास्ता नहीं चुनते हैं, तो उन्हें भारतीय सेना की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।  सोमवार (26 मई) को प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के 11 साल पूरे करने वाले मोदी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारत जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को सोचना चाहिए कि उनका देश कहां खड़ा है। मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत जहां पर्यटन में विश्वास रखता है, वहीं पाकिस्तान आतंकवाद को पर्यटन मानता है, जो दुनिया के लिए बहुत खतरनाक है। मैं पाकिस्तान के लोगों से पूछना चाहता हूं - उन्होंने क्या हासिल किया है? आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। लेकिन   सुख-चैन की जिंदगी जियो, आपकी स्थिति क्या है? आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों ने आपका भविष्य बर्बाद कर दिया। वह गुजरात में कच्छ जिले के भुज शहर में 50,000 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं को शुरू करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे, जिसकी पाकिस्तान के साथ भूमि सीमा और समुद्री सीमा दोनों लगती हैं। प्रधानमंत्री ने सीमा पार के लोगों को संदेश देते हुए कहा कि आतंकवाद आपकी (पाकिस्तान) सरकार और सेना के लिए पैसा कमाने का एक जरिया है। पाकिस्तान के लोगों को आतंकवाद को खत्म करने के लिए आगे आना चाहिए। सुख-चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ, वरना मेरी गोली तो है ही। उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम हमले के बाद, मैंने 15 दिन तक इस उम्मीद में इंतजार किया कि पाकिस्तान आतंकवाद पर कार्रवाई करेगा, लेकिन ऐसा लगता है कि यह उनकी रोजी-रोटी है। नौ मई की रात को जब पाकिस्तान ने नागरिकों पर हमला करने की कोशिश की, तो हमारी सेना ने दोगुनी ताकत से हमला किया और उनके हवाई ठिकानों को तबाह कर दिया। वहीं दूसरी ओर दाहोद में मोदी ने एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूरÓ की सराहना की और कहा कि यह महज सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि 'भारत के लोकाचार और भावनाओं की अभिव्यक्ति थी। भारत ने छह और सात मई की दरमियानी रात यह अभियान शुरू किया जिसके तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय भी शामिल हैं। पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की गोली मारकर की गई हत्या का बदला लेने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। प्रधानमंत्री ने उपस्थित लोगों से कहा कि इस तरह के आतंकी हमले के बाद भारत और मोदी कैसे चुप बैठ सकते हैं? जो कोई भी हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने की हिमाकत करेगा, उसका निश्चित ही सफाया कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि मोदी से लड़ना इतना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई उस जिम्मेदारी का हिस्सा है जो देश के लोगों ने उन्हें 26 मई 2014 को 'प्रधान सेवक बनाकर दी थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी ने देश की सशस्त्र सेनाओं के तीनों अंगों को खुली छूट दी और इसके योद्धाओं ने वह कर दिखाया जो दुनिया ने दशकों से नहीं देखा था। उन्होंने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि विभाजन के बाद अस्तित्व में आया यह देश भारत के प्रति नफरत पाले हुए है। यह केवल भारत को नुकसान पहुंचाना चाहता है। वहीं, भारत का लक्ष्य गरीबी उन्मूलन, आर्थिक विकास करना और विकसित राष्ट्र बनना है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की नीति उन क्षेत्रों में विकास को ले जाने की है जो पिछड़े रह गए हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से होली, दिवाली और गणेश पूजा जैसे त्योहारों के दौरान भारत में बने उत्पादों को खरीदने और उपयोग करने की जोरदार अपील की। मोदी ने कहा कि क्या आपको नहीं लगता कि हमें आयातित उत्पादों का उपयोग बंद करना चाहिए? हमारे त्योहारों के दौरान, हम पटाखे और गणेश मूर्तियों जैसी आयातित वस्तुओं का उपयोग करते हैं (जो अच्छा नहीं है)। हमारे देश की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए, सभी को केवल भारत में बने उत्पादों को खरीदने का संकल्प लेना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश की प्रगति के लिए जो कुछ भी आवश्यक है, वह सब भारत में ही उपलब्ध होना चाहिए। मोदी ने गुजरात के दाहोद में लोकोमोटिव विनिर्माण संयंत्र सहित 24,000 करोड़ रुपए की लागत वाली विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने 9,000 अश्व शक्ति (एचपी) के देश के पहले लोकोमोटिव इंजन का अनावरण किया। साथ ही 21,405 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित रोलिंग स्टॉक वर्कशॉप का उद्घाटन किया। उन्होंने अहमदाबाद-वेरावल वंदे भारत सेवा और वलसाड-दाहोद एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और उपस्थित लोगों को बताया कि देश भर में 70 मार्गों पर अब अत्याधुनिक वंदे भारत ट्रेनें परिचालित हो रही हैं। 

बांग्लादेश समर्थित जिहादी कट्टरपंथियों का...

नहीं दिया है। गौरतलब है कि पिछले तीस वर्षों में निचले असम के विभिन्न जिलों में बांग्लादेश समर्थित हूजी, जमात-ए-इस्लामी जैसे कट्टरपंथी संगठनों ने असम और पश्चिम बंगाल के बड़े हिस्से को मिलाकर एक इस्लामिक राज्य बनाने की गुप्त योजना बनाई है। असम में कई जिहादी भी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि निचले असम की तरह ऊपरी असम में भी ये आतंकी संगठन स्लीपर सेल बनाकर सक्रिय हो सकते हैं। कुछ लोगों पर अपने निजी स्वार्थ के लिए स्थानीय मुस्लिम संस्थाएं बनाकर संदेहास्पद नागरिकों को शामिल करने के भी आरोप लगे हैं। परिषद ने सरकार और गृह विभाग से अपील की है कि वे विशेष सतर्कता बरतें, ताकि हूजी जैसे खतरनाक आतंकी ऊपरी असम में पैर न जमा सके। परिषद के केंद्रीय नेताओं ने इस बयान के माध्यम से ऊपरी असम के हर मुस्लिम नागरिक से अपील की है कि वे सतर्क रहें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।

मुख्यमंत्री ने राजनाथ से रक्षा गलियारे...

 गलियारा प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के सपने को पूरा करेगा और पूर्वोत्तर में नए आर्थिक अवसर पैदा करेगा। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि उनका मंत्रालय असम में रक्षा गलियारा स्थापित करने के मुद्दे पर सक्रियता से विचार कर रहा है। सरकारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा अपनाई गई असम एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण नीति असम को देश में एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण के केंद्रों में से एक के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी। बयान में कहा गया है कि असम का रणनीतिक स्थान, बुनियादी ढांचा और प्राकृतिक संसाधन इस नीति के माध्यम से निवेश आकर्षित करेंगे और रक्षा क्षेत्र की नवीन क्षमता का विकास करेंगे। यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने केंद्रीय रक्षा मंत्री से मुलाकात से पहले केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू से भी मुलाकात की। उन्होंने विभागीय मंत्री के साथ असम और पूर्वोत्तर में हवाई संचार और इसके बुनियादी ढांचे के विस्तार के मुद्दे पर चर्चा की। मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर कहा कि सिलचर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण इसी साल शुरू हो जाएगा। मंत्री ने मुख्यमंत्री से किए वादे के मुताबिक धुबड़ी में रूपसी एयरपोर्ट का विस्तार करने का भी वादा किया। जोरहाट, डिब्रूगढ़ और सिलचर को हवाई मार्ग से और शहरों से जोड़ा जाएगा। वहीं दूसरी ओर बैठक में उड़ान योजना की पुनरीक्षण पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि उड़ान योजना को अधिक कुशल बनाने पर जोर दिया जा रहा है ताकि पूर्वोत्तर में नए यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो सके।

एयर इंडिया एक्सप्रेस 1 जून से डिब्रूगढ़-बेंगलुरु...

 के अनुसार उड़ान ढ्ढङ्ग1257 सुबह 7:30 बजे बेंगलुरु से प्रस्थान करेगी और दोपहर 12:25 बजे डिब्रूगढ़ पहुंचेगी। वहीं दूसरी ओर उड़ान ढ्ढङ्ग1258 दोपहर 12:55 बजे डिब्रूगढ़ से प्रस्थान करेगी और शाम 5:55 बजे बेंगलुरु पहुंचेगी। उम्मीद है कि एयरलाइन जुलाई में फिर से सेवा शुरू करेगी, हालांकि जुलाई के लिए टिकट बुकिंग अभी शुरू नहीं हुई है। एयरलाइन की ओर से इस संबंध में आधिकारिक पुष्टि का अभी भी इंतजार है।

कांग्रेस ने गौरव गोगोई को सौंपी असम...

पूर्व अध्यक्ष रिपुन बोरा को पार्टी की असम इकाई की चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गोगोई को विधानसभा चुनाव से लगभग एक साल पहले यह जिम्मेदारी दी गई है। गौरव गोगोई असम के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत तरुण गोगोई के पुत्र हैं। असम में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव संभावित हैं। इससे पहले, भूपेन कुमार बोरा असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे। गौरव गोगोई ने 'एक्सÓ पर पोस्ट किया कि मैं इस जिम्मेदारी के लिए, मुझ पर भरोसा जताने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पार्टी के संगठन महासचिव वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह का आभार व्यक्त करता हूं। भूपेन बोरा ने पार्टी का आगे बढ़कर नेतृत्व किया और शानदार योगदान दिया। उन्होंने कहा कि मैं अपने माता-पिता के मार्गदर्शन और अपने परिवार, विशेषकर अपनी पत्नी और बच्चों के सहयोग के बिना यहां नहीं होता। असम में कांग्रेस पार्टी में इतने सारे समर्पित और प्रेरक वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ काम करना एक आशीर्वाद है। उनकी बुद्धिमत्ता, अनुभव और पार्टी के प्रति समर्पण ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। मैं अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं। गोगोई ने कहा कि आने वाले दिनों में वह असम के लोगों का आशीर्वाद मांगेंगे और उन्हें विश्वास है कि सब लोग मिलकर अपने राज्य के लिए बेहतर भविष्य बना सकते हैं। वह वर्तमान में असम के जोरहाट से लोकसभा सदस्य हैं और लगातार तीसरी बार निचले सदन में पहुंचे हैं। इससे पहले वर्ष 2014 से 2024 तक लगातार दो बार असम की कलियाबोर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। गोगोई के पिता तरुण गोगोई मई, 2001 से मई, 2016 तक लगातार तीन बार असम के मुख्यमंत्री रहे।  कांग्रेस ने गोगोई को यह जिम्मेदारी उस वक्त सौंपी है, जब असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्वशर्मा एवं भाजपा उनपर उनकी पत्नी के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी 'आईएसआई से कथित संबंध तथा कांग्रेस सांसद के 'पाकिस्तान दौरेÓ को लेकर लगातार हमला कर रही है। आरोपों को खारिज करते हुए गोगोई ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाया था।  कांग्रेस सांसद ने यहां तक कहा था कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी 'हास्यास्पद, निराधार और बकवास है और वह (शर्मा) तथ्यों की जांच किए बिना आईटी सेल ट्रोल की तरह व्यवहार कर रहे हैं।



गौरव की पत्नी पर रिपुन का बयान...

मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस नेता गोगोई पर उनकी पत्नी के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी 'आईएसआईÓ से कथित संबंध को लेकर हमला कर रही है। शर्मा ने कहा कि गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न ने भारत और पाकिस्तान के बीच 19 बार यात्रा की थी। पूर्व राज्यसभा सदस्य बोरा ने रविवार को कहा था कि कोलबर्न एक अंतर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) में काम करती हैं, जिसका नेटवर्क पाकिस्तान और अन्य देशों में है। कांग्रेस की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बोरा के हवाले से कहा गया था कि इस (काम के) संबंध में उन्हें (कोलबर्न को) पाकिस्तान से वेतन मिला था और उन्होंने काम के लिए कई बार उस देश का दौरा किया था, लेकिन क्या यह किसी की देशभक्ति पर सवाल उठाने का आधार हो सकता है? कई भारतीय और पाकिस्तानी एक-दूसरे के देशों में कानूनी रूप से काम कर रहे हैं। शर्मा ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि कल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री रिपुन बोरा ने एक चौंकाने वाला कबूलनामा किया। उन्होंने स्वीकार किया कि माननीय सांसद श्री गौरव गोगोई की ब्रिटिश मूल की पत्नी वास्तव में पाकिस्तान सरकार के वेतन पर काम कर रही थीं। उन्होंने कहा कि यदि बोरा का बयान सच है, तो इससे राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में गंभीर प्रश्न उठते हैं। शर्मा ने कहा कि दुश्मन देश से जुड़े व्यक्ति की एक वर्तमान संसद सदस्य के करीब मौजूदगी भारत की संस्थाओं की अखंडता के लिए एक गंभीर और अस्वीकार्य खतरा है। उन्होंने कहा कि हमें पहले इन चौंकाने वाले विवरणों की जानकारी नहीं थी। अब जब यह खुलासा हो गया है, तो मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हम बोरा का बयान दर्ज करेंगे और इस मामले में कार्रवाई करेंगे। इससे पहले गोगोई ने अपनी पत्नी के कथित पाकिस्तानी संबंधों के आरोप को लेकर शर्मा की आलोचना की थी और घरेलू मोर्चे पर विभिन्न मुद्दों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाया था। कांग्रेस सांसद ने यहां तक कहा था कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी 'हास्यास्पद, निराधार, उन्मत्त और बकवास थी और वह (शर्मा) तथ्यों की जांच किए बिना आईटी सेल ट्रोल की तरह व्यवहार कर रहे थे। 

पाक-चीन में मचेगी खलबली : डीआरडीओ...

इसकी खासियतें हैं- रेंज और शक्ति: 120 किमी की रेंज और 250 किलो का वारहेड, जो दुश्मन के कमांड सेंटर, बंकर और लॉजिस्टिक्स ठिकानों को नष्ट कर सकता है।
कैलिबर: 300 मिमी का बड़ा व्यास, जो पुराने 214 मिमी से अधिक है। यह ज्यादा ईंधन और उन्नत गाइडेंस सिस्टम को सपोर्ट करता है।
सटीकता: डीआरडीओ के रिसर्च सेंटर इमारत द्वारा विकसित गाइडेंस, नेविगेशन और कंट्रोल किट, जिसमें लेजर-गायरो नेविगेशन और माइक्रोस्ट्रिप एंटीना शामिल हैं। यह 10 मीटर से कम की सटीकता देता है, जो पुराने रूद्मढ्ढ (500 मीटर) से कहीं बेहतर है।
लॉन्चर : मौजूदा पिनाका लॉन्चरों के साथ काम करता है, जिससे नई लागत कम होती है। प्रत्येक लॉन्चर में 8 गाइडेड रॉकेट होते हैं, जो 44 सेेकेंड में 700-500 मीटर क्षेत्र को नष्ट कर सकते हैं। पिनाका MKIII के प्री-प्रोडक्शन यूनिट्स को सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी इकनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड ने बनाया है। जल्द ही इसके विकास और उपयोगकर्ता परीक्षण शुरू होंगे, जिनमें शामिल होंगे- 12 रॉकेट्स का टेस्ट: श्वश्वरु और म्युनिशन्स इंडिया लिमिटेड द्वारा बनाए गए रॉकेट्स को दो उन्नत पिनाका लॉन्चरों से दागा जाएगा। पैरामीटर्स : रेंज, सटीकता, स्थिरता और सैल्वो मोड में फायरिंग रेट की जांच। कमांड-एंड-कंट्रोल: मौजूदा सिस्टम के साथ एकीकरण और युद्ध जैसी परिस्थितियों में प्रदर्शन।
ये संयुक्त परीक्षण पिछले गाइडेड पिनाका के सफल परीक्षणों (नवंबर 2024) पर आधारित हैं, जिसमें 75 किमी से अधिक रेंज और 10 मीटर की सटीकता साबित हुई थी। यह दृष्टिकोण सिस्टम को जल्द से जल्द सेना में शामिल करने में मदद करेगा। पिनाका MKIII का निर्माण डीआरडीओऔर सोलर इंडस्ट्रीज के बीच साझेदारी का नतीजा है। सोलर इंडस्ट्रीज ने ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी समझौते के तहत रॉकेट्स का उत्पादन किया है। इसने पहले भी पिनाका रूद्मढ्ढ और गाइडेड पिनाका के लिए सफलतापूर्वक रॉकेट्स बनाए हैं, जैसे 2020 और 2021 में हुए टेस्ट। यह साझेदारी आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूत करती है, क्योंकि यह स्वदेशी तकनीक पर निर्भर है।
चीन और पाकिस्तान का जवाब : चीन के 300 मिमी क्क॥रु-03 (70-130 किमी) और पाकिस्तान के A-100 (120 किमी) रॉकेट सिस्टम्स ने भारत के लिए लंबी रेंज की जरूरत को बढ़ाया है। 2021 में भारतीय सेना ने 120 किमी और 300 किमी पिनाका वेरिएंट्स को मंजूरी दी थी। लद्दाख और कारगिल में प्रभावी : इसका सटीक गाइडेंस सिस्टम पहाड़ी इलाकों में दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने में कारगर है।

आशुतोष कुमार गौहाटी हाईकोर्ट के नए...

अपना न्यायिक करियर 1989 में एक वकील के रूप में शुरू किया था। विजय बिश्नोई को 2013 में राजस्थान उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था और बाद में उन्हें 2015 में राजस्थान उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नामित किया गया था। गौहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर काम कर चुके न्यायमूॢत विजय बिश्नोई  ने कई अहम फैसले सुनाए थे। हालांकि, हाल ही में गौहाटी हाईकोर्ट के स्थानांतरण को लेकर बार एसोसिएशन के साथ हुए विवाद में मुख्य न्यायाधीश विजय बिश्नोई का नाम भी चर्चा में आया था। वहीं दूसरी ओर न्यायमूर्ति आशुतोष कुमार, जिन्हें कॉलेजियम द्वारा गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नामित किया गया था, पटना उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश थे। न्यायमूर्ति कुमार, जो वर्तमान में पटना उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हैं, ने अपनी स्कूली शिक्षा पटना में शुरू की और दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की थी। 9 जुलाई 1991 में बतौर वकील अपना करियर शुरू करने वाले आशुतोष कुमार को 15 मई 2014 को पटना हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया था और 2016 में उन्हें पटना हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किए गए। न्यायमूॢत आशुतोष कुमार ने इसी साल जनवरी में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला था। इस बीच, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश के बाद अधिवक्ता शमीमा जहान को गौहाटी हाईकोर्ट की अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है। 

पूर्वोत्तर में जलमार्गों के विकास के लिए...

भारत को शेष भारत के साथ निर्बाध संपर्क प्रदान करना है। इससे क्षेत्रीय व्यापार, पर्यटन और संचार को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही ब्रह्मपुत्र और बराक नदी प्रणालियों के माध्यम से आर्थिक अवसर भी खुलेंगे। सरकार अगले पांच वर्षों में पूर्वोत्तर भारत में अंतर्देशीय जलमार्गों के विकास के लिए 5,000 करोड़ रुपए की योजना पर काम कर रही है। बैठक में उपस्थित सांसदों ने इस क्षेत्र में हुई प्रगति की सराहना की तथा आने वाले दिनों में इस प्रवृत्ति को और तेज गति से जारी रखने के लिए बजट में वृद्धि के प्रस्ताव का समर्थन किया। बैठक में सर्वानंद सोनोवाल के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर, लोकसभा सांसद बिभु प्रसाद तिवारी, चंदूभाई सागनभाई शिहोरा, शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा, हिब्बी ईडन, एमके राघवन, नव चरण माझी, विष्णुपद राय तथा राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी और सीमा द्विवेदी भी उपस्थित रहे।

सीएम ने असम इलेक्ट्रॉनिक्स राउंड टेबल...

कुशल मानव संसाधन भी उपलब्ध हैं। असम में हर साल 13 प्रतिशत से 15 प्रतिशत की दर से राज्य का सकल घरेलू उत्पाद बढ़ रहा है। इस वर्ष एडवांटेज असम ट्रेड कॉन्फ्रेंस में 5.30 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने वाला असम अब केंद्र सरकार की एक्ट ईस्ट नीति का केंद्र बिंदु और प्रेरक शक्ति बन गया है। ऐसे में मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों से असम में निवेश करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि असम पूर्वोत्तर के मध्य में स्थित है और रणनीतिक रूप से भूटान और बांग्लादेश की सीमा से लगा हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही 11 पांच सितारा होटलों के निर्माण को मंजूरी दे दी है और टाटा ओएसएटी टाउनशिप के बगल में जगीरोड इंटीग्रेटेड सैटेलाइट सहित तीन सैटेलाइट टाउनशिप स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि टाटा परियोजना प्रतिदिन 4.8 करोड़ से अधिक चिप्स का उत्पादन करेगी। मुख्यमंत्री ने गोलमेज बैठक में यह भी कहा कि जागीरोड में ओएसएटी गुजरात के सेमीकोंडा के निर्माण केंद्र से भी बड़ी परियोजना है। इस परियोजना के लिए आवश्यक कौशल हासिल करने के लिए गुवाहाटी सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों से युवाओं को प्रशिक्षण के लिए बैंगलोर भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने एशियाई विकास बैंक की सहयोगिता से उन्होंने 1,000 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले असम कौशल विश्वविद्यालय का भी उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने संभावित निवेशकों से राज्य सरकार की ओर से 60 प्रतिशत अतिरिक्त सब्सिडी और 100 प्रतिशत जीएसटी रिफंड के अलावा असम में इलेक्ट्रॉनिक उद्योग स्थापित करने के लिए भारत सरकार द्वारा भूमि आवंटन और विभिन्न सुविधाएं प्रदान करने का भी वादा किया। सीएम ने कहा कि असम सरकार जरूरत पड़ने पर असम औद्योगिक नीति में संशोधन करने के लिए भी तैयार है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से असम के जगीरोड में ओएसएटी परियोजना का दौरा करने का आग्रह किया।

असम में रास की दो सीटों के लिए चुनाव...

जाएगा। गौरतलब है कि मिशन रंजन दास पिछले साल 20 अगस्त को ही राज्यसभा के लिए चुने गए थे। उन्हें पार्टी ने कामाख्या प्रसाद तासा के स्थान पर उम्मीदवार बनाया,जो लोकसभा के लिए चुने गए थे। मिशन रंजन दास को 10 महीने से भी कम समय तक सेवा करने की अवसर मिला, इसलिए उनका फिर से राज्यसभा नामांकन जीतना तय है। वहीं दूसरी ओर राज्यसभा में एजीपी का प्रतिनिधित्व कर रहे वीरेंद्र प्रसाद वैश्य अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। इससे पहले भी वे कई बार उच्च सदन का प्रतिनिधित्व कर चुके थे और केन्द्रीय मंत्रिमंडल में भी रह चुके थे। इस बार भी एक सीट एजीपी के लिए छोड़ी जानी तय है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वीरेंद्र प्रसाद वैश्य को फिर से पार्टी का टिकट मिलेगा या नहीं। क्योंकि इस बार एजीपी से कई नए चेहरे राज्यसभा जाने की तैयारी कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार वीरेंद्र प्रसाद वैश्य को पार्टी के कार्यों में नियुक्त कर उनके स्थान पर युवा प्रतिनिधियों को नामांकित करने की भी मांग की जा रही है। अब तक युवा पीढ़ी के उम्मीदवारों के रूप में नुरुल हुसैन, मनोज सैकिया, डॉ. तपन दास, सुनील डेका, सुनील राजकोंवार और जयंत खाउंड के नाम चर्चा में हैं। राज्यसभा के लिए वरिष्ठ नेताओं में कुमार दीपक दास, डॉ. कमलाकांत कलिता, हिरण्य कोंवर, सत्यव्रत कलिता, प्रदीप हजारिका, प्रवीण हजारिका, भूपेन राय, उत्पल दत्त और वृन्दावन गोस्वामी के नाम सुर्खियों में हैं। इस संबंध में एजीपी नेतृत्व क्या निर्णय लेता है इसके प्रति राज्य की जनता ध्यान दे रही है। राज्यसभा चुनाव के लिए अभी एक पखवाड़ा बाकी है। चुनाव आयोग किसी भी समय राज्यसभा के लिए चुनाव नोटिस जारी कर सकता है। उम्मीदवारों के चयन करते समय एजीपी नेतृत्व निश्चित रूप से मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सैकिया से चर्चा करेंगे। इसलिए, यह देखना बाकी है कि राज्यसभा के दो मौजूदा सदस्यों, वीरेंद्र प्रसाद वैश्य और मिशन रंजन दास, जिनका कार्यकाल 14 जून को समाप्त हो रहा है, की जगह कौन लेगा, या क्या दोनों मौजूदा सदस्यों को अगले कार्यकाल के लिए फिर से चुना जाएगा।

सुख-चैन की जिंदगी जियो, रोटी...

आपकी स्थिति क्या है? आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों ने आपका भविष्य बर्बाद कर दिया। वह गुजरात में कच्छ जिले के भुज शहर में 50,000 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं को शुरू करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे, जिसकी पाकिस्तान के साथ भूमि सीमा और समुद्री सीमा दोनों लगती हैं। प्रधानमंत्री ने सीमा पार के लोगों को संदेश देते हुए कहा कि आतंकवाद आपकी (पाकिस्तान) सरकार और सेना के लिए पैसा कमाने का एक जरिया है। पाकिस्तान के लोगों को आतंकवाद को खत्म करने के लिए आगे आना चाहिए। सुख-चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ, वरना मेरी गोली तो है ही। उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम हमले के बाद, मैंने 15 दिन तक इस उम्मीद में इंतजार किया कि पाकिस्तान आतंकवाद पर कार्रवाई करेगा, लेकिन ऐसा लगता है कि यह उनकी रोजी-रोटी है। नौ मई की रात को जब पाकिस्तान ने नागरिकों पर हमला करने की कोशिश की, तो हमारी सेना ने दोगुनी ताकत से हमला किया और उनके हवाई ठिकानों को तबाह कर दिया। वहीं दूसरी ओर दाहोद में मोदी ने एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की और कहा कि यह महज सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि 'भारत के लोकाचार और भावनाओं की अभिव्यक्ति थी। भारत ने छह और सात मई की दरमियानी रात यह अभियान शुरू किया जिसके तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय भी शामिल हैं। पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की गोली मारकर की गई हत्या का बदला लेने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। प्रधानमंत्री ने उपस्थित लोगों से कहा कि इस तरह के आतंकी हमले के बाद भारत और मोदी कैसे चुप बैठ सकते हैं? जो कोई भी हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने की हिमाकत करेगा, उसका निश्चित ही सफाया कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि मोदी से लड़ना इतना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई उस जिम्मेदारी का हिस्सा है जो देश के लोगों ने उन्हें 26 मई 2014 को 'प्रधान सेवक बनाकर दी थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी ने देश की सशस्त्र सेनाओं के तीनों अंगों को खुली छूट दी और इसके योद्धाओं ने वह कर दिखाया जो दुनिया ने दशकों से नहीं देखा था। उन्होंने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि विभाजन के बाद अस्तित्व में आया यह देश भारत के प्रति नफरत पाले हुए है। यह केवल भारत को नुकसान पहुंचाना चाहता है। वहीं, भारत का लक्ष्य गरीबी उन्मूलन, आर्थिक विकास करना और विकसित राष्ट्र बनना है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की नीति उन क्षेत्रों में विकास को ले जाने की है जो पिछड़े रह गए हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से होली, दिवाली और गणेश पूजा जैसे त्योहारों के दौरान भारत में बने उत्पादों को खरीदने और उपयोग करने की जोरदार अपील की। मोदी ने कहा कि क्या आपको नहीं लगता कि हमें आयातित उत्पादों का उपयोग बंद करना चाहिए? हमारे त्योहारों के दौरान, हम पटाखे और गणेश मूर्तियों जैसी आयातित वस्तुओं का उपयोग करते हैं (जो अच्छा नहीं है)। हमारे देश की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए, सभी को केवल भारत में बने उत्पादों को खरीदने का संकल्प लेना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश की प्रगति के लिए जो कुछ भी आवश्यक है, वह सब भारत में ही उपलब्ध होना चाहिए। मोदी ने गुजरात के दाहोद में लोकोमोटिव विनिर्माण संयंत्र सहित 24,000 करोड़ रुपए की लागत वाली विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने 9,000 अश्व शक्ति (एचपी) के देश के पहले लोकोमोटिव इंजन का अनावरण किया। साथ ही 21,405 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित रोलिंग स्टॉक वर्कशॉप का उद्घाटन किया। उन्होंने अहमदाबाद-वेरावल वंदे भारत सेवा और वलसाड-दाहोद एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और उपस्थित लोगों को बताया कि देश भर में 70 मार्गों पर अब अत्याधुनिक वंदे भारत ट्रेनें परिचालित हो रही हैं।  

बांग्लादेश समर्थित जिहादी कट्टरपंथियों का...

नहीं दिया है। गौरतलब है कि पिछले तीस वर्षों में निचले असम के विभिन्न जिलों में बांग्लादेश समर्थित हूजी, जमात-ए-इस्लामी जैसे कट्टरपंथी संगठनों ने असम और पश्चिम बंगाल के बड़े हिस्से को मिलाकर एक इस्लामिक राज्य बनाने की गुप्त योजना बनाई है। असम में कई जिहादी भी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि निचले असम की तरह ऊपरी असम में भी ये आतंकी संगठन स्लीपर सेल बनाकर सक्रिय हो सकते हैं। कुछ लोगों पर अपने निजी स्वार्थ के लिए स्थानीय मुस्लिम संस्थाएं बनाकर संदेहास्पद नागरिकों को शामिल करने के भी आरोप लगे हैं। परिषद ने सरकार और गृह विभाग से अपील की है कि वे विशेष सतर्कता बरतें, ताकि हूजी जैसे खतरनाक आतंकी ऊपरी असम में पैर न जमा सके। परिषद के केंद्रीय नेताओं ने इस बयान के माध्यम से ऊपरी असम के हर मुस्लिम नागरिक से अपील की है कि वे सतर्क रहें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।





मुख्यमंत्री ने राजनाथ से रक्षा गलियारे...

 गलियारा प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के सपने को पूरा करेगा और पूर्वोत्तर में नए आर्थिक अवसर पैदा करेगा। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि उनका मंत्रालय असम में रक्षा गलियारा स्थापित करने के मुद्दे पर सक्रियता से विचार कर रहा है। सरकारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा अपनाई गई असम एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण नीति असम को देश में एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण के केंद्रों में से एक के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी। बयान में कहा गया है कि असम का रणनीतिक स्थान, बुनियादी ढांचा और प्राकृतिक संसाधन इस नीति के माध्यम से निवेश आकर्षित करेंगे और रक्षा क्षेत्र की नवीन क्षमता का विकास करेंगे। यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने केंद्रीय रक्षा मंत्री से मुलाकात से पहले केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू से भी मुलाकात की। उन्होंने विभागीय मंत्री के साथ असम और पूर्वोत्तर में हवाई संचार और इसके बुनियादी ढांचे के विस्तार के मुद्दे पर चर्चा की। मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर कहा कि सिलचर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण इसी साल शुरू हो जाएगा। मंत्री ने मुख्यमंत्री से किए वादे के मुताबिक धुबड़ी में रूपसी एयरपोर्ट का विस्तार करने का भी वादा किया। जोरहाट, डिब्रूगढ़ और सिलचर को हवाई मार्ग से और शहरों से जोड़ा जाएगा। वहीं दूसरी ओर बैठक में उड़ान योजना की पुनरीक्षण पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि उड़ान योजना को अधिक कुशल बनाने पर जोर दिया जा रहा है ताकि पूर्वोत्तर में नए यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो सके।

एयर इंडिया एक्सप्रेस 1 जून से डिब्रूगढ़-बेंगलुरु...

 के अनुसार उड़ान ढ्ढङ्ग1257 सुबह 7:30 बजे बेंगलुरु से प्रस्थान करेगी और दोपहर 12:25 बजे डिब्रूगढ़ पहुंचेगी। वहीं दूसरी ओर उड़ान ढ्ढङ्ग1258 दोपहर 12:55 बजे डिब्रूगढ़ से प्रस्थान करेगी और शाम 5:55 बजे बेंगलुरु पहुंचेगी। उम्मीद है कि एयरलाइन जुलाई में फिर से सेवा शुरू करेगी, हालांकि जुलाई के लिए टिकट बुकिंग अभी शुरू नहीं हुई है। एयरलाइन की ओर से इस संबंध में आधिकारिक पुष्टि का अभी भी इंतजार है।

कांग्रेस ने गौरव गोगोई को सौंपी असम...

पूर्व अध्यक्ष रिपुन बोरा को पार्टी की असम इकाई की चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गोगोई को विधानसभा चुनाव से लगभग एक साल पहले यह जिम्मेदारी दी गई है। गौरव गोगोई असम के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत तरुण गोगोई के पुत्र हैं। असम में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव संभावित हैं। इससे पहले, भूपेन कुमार बोरा असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे। गौरव गोगोई ने 'एक्स पर पोस्ट किया कि मैं इस जिम्मेदारी के लिए, मुझ पर भरोसा जताने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पार्टी के संगठन महासचिव वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह का आभार व्यक्त करता हूं। भूपेन बोरा ने पार्टी का आगे बढ़कर नेतृत्व किया और शानदार योगदान दिया। उन्होंने कहा कि मैं अपने माता-पिता के मार्गदर्शन और अपने परिवार, विशेषकर अपनी पत्नी और बच्चों के सहयोग के बिना यहां नहीं होता। असम में कांग्रेस पार्टी में इतने सारे समर्पित और प्रेरक वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ काम करना एक आशीर्वाद है। उनकी बुद्धिमत्ता, अनुभव और पार्टी के प्रति समर्पण ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। मैं अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं। गोगोई ने कहा कि आने वाले दिनों में वह असम के लोगों का आशीर्वाद मांगेंगे और उन्हें विश्वास है कि सब लोग मिलकर अपने राज्य के लिए बेहतर भविष्य बना सकते हैं। वह वर्तमान में असम के जोरहाट से लोकसभा सदस्य हैं और लगातार तीसरी बार निचले सदन में पहुंचे हैं। इससे पहले वर्ष 2014 से 2024 तक लगातार दो बार असम की कलियाबोर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। गोगोई के पिता तरुण गोगोई मई, 2001 से मई, 2016 तक लगातार तीन बार असम के मुख्यमंत्री रहे।  कांग्रेस ने गोगोई को यह जिम्मेदारी उस वक्त सौंपी है, जब असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्वशर्मा एवं भाजपा उनपर उनकी पत्नी के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी 'आईएसआई से कथित संबंध तथा कांग्रेस सांसद के 'पाकिस्तान दौरे को लेकर लगातार हमला कर रही है। आरोपों को खारिज करते हुए गोगोई ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाया था।  कांग्रेस सांसद ने यहां तक कहा था कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी 'हास्यास्पद, निराधार और बकवास है और वह (शर्मा) तथ्यों की जांच किए बिना आईटी सेल ट्रोल की तरह व्यवहार कर रहे हैं। 

गौरव की पत्नी पर रिपुन का बयान...

मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस नेता गोगोई पर उनकी पत्नी के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी 'आईएसआईÓ से कथित संबंध को लेकर हमला कर रही है। शर्मा ने कहा कि गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न ने भारत और पाकिस्तान के बीच 19 बार यात्रा की थी। पूर्व राज्यसभा सदस्य बोरा ने रविवार को कहा था कि कोलबर्न एक अंतर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) में काम करती हैं, जिसका नेटवर्क पाकिस्तान और अन्य देशों में है। कांग्रेस की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बोरा के हवाले से कहा गया था कि इस (काम के) संबंध में उन्हें (कोलबर्न को) पाकिस्तान से वेतन मिला था और उन्होंने काम के लिए कई बार उस देश का दौरा किया था, लेकिन क्या यह किसी की देशभक्ति पर सवाल उठाने का आधार हो सकता है? कई भारतीय और पाकिस्तानी एक-दूसरे के देशों में कानूनी रूप से काम कर रहे हैं। शर्मा ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि कल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री रिपुन बोरा ने एक चौंकाने वाला कबूलनामा किया। उन्होंने स्वीकार किया कि माननीय सांसद श्री गौरव गोगोई की ब्रिटिश मूल की पत्नी वास्तव में पाकिस्तान सरकार के वेतन पर काम कर रही थीं। उन्होंने कहा कि यदि बोरा का बयान सच है, तो इससे राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में गंभीर प्रश्न उठते हैं। शर्मा ने कहा कि दुश्मन देश से जुड़े व्यक्ति की एक वर्तमान संसद सदस्य के करीब मौजूदगी भारत की संस्थाओं की अखंडता के लिए एक गंभीर और अस्वीकार्य खतरा है। उन्होंने कहा कि हमें पहले इन चौंकाने वाले विवरणों की जानकारी नहीं थी। अब जब यह खुलासा हो गया है, तो मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हम बोरा का बयान दर्ज करेंगे और इस मामले में कार्रवाई करेंगे। इससे पहले गोगोई ने अपनी पत्नी के कथित पाकिस्तानी संबंधों के आरोप को लेकर शर्मा की आलोचना की थी और घरेलू मोर्चे पर विभिन्न मुद्दों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाया था। कांग्रेस सांसद ने यहां तक कहा था कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी 'हास्यास्पद, निराधार, उन्मत्त और बकवास थी और वह (शर्मा) तथ्यों की जांच किए बिना आईटी सेल ट्रोल की तरह व्यवहार कर रहे थे। 

पाक-चीन में मचेगी खलबली : डीआरडीओ...

इसकी खासियतें हैं- रेंज और शक्ति: 120 किमी की रेंज और 250 किलो का वारहेड, जो दुश्मन के कमांड सेंटर, बंकर और लॉजिस्टिक्स ठिकानों को नष्ट कर सकता है।
कैलिबर: 300 मिमी का बड़ा व्यास, जो पुराने 214 मिमी से अधिक है। यह ज्यादा ईंधन और उन्नत गाइडेंस सिस्टम को सपोर्ट करता है।
सटीकता: डीआरडीओ के रिसर्च सेंटर इमारत द्वारा विकसित गाइडेंस, नेविगेशन और कंट्रोल किट, जिसमें लेजर-गायरो नेविगेशन और माइक्रोस्ट्रिप एंटीना शामिल हैं। यह 10 मीटर से कम की सटीकता देता है, जो पुराने रूद्मढ्ढ (500 मीटर) से कहीं बेहतर है।
लॉन्चर : मौजूदा पिनाका लॉन्चरों के साथ काम करता है, जिससे नई लागत कम होती है। प्रत्येक लॉन्चर में 8 गाइडेड रॉकेट होते हैं, जो 44 सेेकेंड में 700-500 मीटर क्षेत्र को नष्ट कर सकते हैं। पिनाका MKIII के प्री-प्रोडक्शन यूनिट्स को सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी इकनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड ने बनाया है। जल्द ही इसके विकास और उपयोगकर्ता परीक्षण शुरू होंगे, जिनमें शामिल होंगे- 12 रॉकेट्स का टेस्ट: EEL और म्युनिशन्स इंडिया लिमिटेड द्वारा बनाए गए रॉकेट्स को दो उन्नत पिनाका लॉन्चरों से दागा जाएगा। पैरामीटर्स : रेंज, सटीकता, स्थिरता और सैल्वो मोड में फायरिंग रेट की जांच। कमांड-एंड-कंट्रोल: मौजूदा सिस्टम के साथ एकीकरण और युद्ध जैसी परिस्थितियों में प्रदर्शन।
ये संयुक्त परीक्षण पिछले गाइडेड पिनाका के सफल परीक्षणों (नवंबर 2024) पर आधारित हैं, जिसमें 75 किमी से अधिक रेंज और 10 मीटर की सटीकता साबित हुई थी। यह दृष्टिकोण सिस्टम को जल्द से जल्द सेना में शामिल करने में मदद करेगा। पिनाका MKIII का निर्माण डीआरडीओऔर सोलर इंडस्ट्रीज के बीच साझेदारी का नतीजा है। सोलर इंडस्ट्रीज ने ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी समझौते के तहत रॉकेट्स का उत्पादन किया है। इसने पहले भी पिनाका रूद्मढ्ढ और गाइडेड पिनाका के लिए सफलतापूर्वक रॉकेट्स बनाए हैं, जैसे 2020 और 2021 में हुए टेस्ट। यह साझेदारी आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूत करती है, क्योंकि यह स्वदेशी तकनीक पर निर्भर है।
चीन और पाकिस्तान का जवाब : चीन के 300 मिमी PHL-03 (70-130 किमी) और पाकिस्तान के A-100 (120 किमी) रॉकेट सिस्टम्स ने भारत के लिए लंबी रेंज की जरूरत को बढ़ाया है। 2021 में भारतीय सेना ने 120 किमी और 300 किमी पिनाका वेरिएंट्स को मंजूरी दी थी। लद्दाख और कारगिल में प्रभावी : इसका सटीक गाइडेंस सिस्टम पहाड़ी इलाकों में दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने में कारगर है।

आशुतोष कुमार गौहाटी हाईकोर्ट के नए...

अपना न्यायिक करियर 1989 में एक वकील के रूप में शुरू किया था। विजय बिश्नोई को 2013 में राजस्थान उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था और बाद में उन्हें 2015 में राजस्थान उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नामित किया गया था। गौहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर काम कर चुके न्यायमूॢत विजय बिश्नोई  ने कई अहम फैसले सुनाए थे। हालांकि, हाल ही में गौहाटी हाईकोर्ट के स्थानांतरण को लेकर बार एसोसिएशन के साथ हुए विवाद में मुख्य न्यायाधीश विजय बिश्नोई का नाम भी चर्चा में आया था। वहीं दूसरी ओर न्यायमूर्ति आशुतोष कुमार, जिन्हें कॉलेजियम द्वारा गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नामित किया गया था, पटना उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश थे। न्यायमूर्ति कुमार, जो वर्तमान में पटना उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हैं, ने अपनी स्कूली शिक्षा पटना में शुरू की और दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की थी। 9 जुलाई 1991 में बतौर वकील अपना करियर शुरू करने वाले आशुतोष कुमार को 15 मई 2014 को पटना हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया था और 2016 में उन्हें पटना हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किए गए। न्यायमूॢत आशुतोष कुमार ने इसी साल जनवरी में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला था। इस बीच, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश के बाद अधिवक्ता शमीमा जहान को गौहाटी हाईकोर्ट की अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है। 

पूर्वोत्तर में जलमार्गों के विकास के लिए...

भारत को शेष भारत के साथ निर्बाध संपर्क प्रदान करना है। इससे क्षेत्रीय व्यापार, पर्यटन और संचार को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही ब्रह्मपुत्र और बराक नदी प्रणालियों के माध्यम से आर्थिक अवसर भी खुलेंगे। सरकार अगले पांच वर्षों में पूर्वोत्तर भारत में अंतर्देशीय जलमार्गों के विकास के लिए 5,000 करोड़ रुपए की योजना पर काम कर रही है। बैठक में उपस्थित सांसदों ने इस क्षेत्र में हुई प्रगति की सराहना की तथा आने वाले दिनों में इस प्रवृत्ति को और तेज गति से जारी रखने के लिए बजट में वृद्धि के प्रस्ताव का समर्थन किया। बैठक में सर्वानंद सोनोवाल के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर, लोकसभा सांसद बिभु प्रसाद तिवारी, चंदूभाई सागनभाई शिहोरा, शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा, हिब्बी ईडन, एमके राघवन, नव चरण माझी, विष्णुपद राय तथा राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी और सीमा द्विवेदी भी उपस्थित रहे।

सीएम ने असम इलेक्ट्रॉनिक्स राउंड टेबल...

कुशल मानव संसाधन भी उपलब्ध हैं। असम में हर साल 13 प्रतिशत से 15 प्रतिशत की दर से राज्य का सकल घरेलू उत्पाद बढ़ रहा है। इस वर्ष एडवांटेज असम ट्रेड कॉन्फ्रेंस में 5.30 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने वाला असम अब केंद्र सरकार की एक्ट ईस्ट नीति का केंद्र बिंदु और प्रेरक शक्ति बन गया है। ऐसे में मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों से असम में निवेश करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि असम पूर्वोत्तर के मध्य में स्थित है और रणनीतिक रूप से भूटान और बांग्लादेश की सीमा से लगा हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही 11 पांच सितारा होटलों के निर्माण को मंजूरी दे दी है और टाटा ओएसएटी टाउनशिप के बगल में जगीरोड इंटीग्रेटेड सैटेलाइट सहित तीन सैटेलाइट टाउनशिप स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि टाटा परियोजना प्रतिदिन 4.8 करोड़ से अधिक चिप्स का उत्पादन करेगी। मुख्यमंत्री ने गोलमेज बैठक में यह भी कहा कि जागीरोड में ओएसएटी गुजरात के सेमीकोंडा के निर्माण केंद्र से भी बड़ी परियोजना है। इस परियोजना के लिए आवश्यक कौशल हासिल करने के लिए गुवाहाटी सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों से युवाओं को प्रशिक्षण के लिए बैंगलोर भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने एशियाई विकास बैंक की सहयोगिता से उन्होंने 1,000 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले असम कौशल विश्वविद्यालय का भी उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने संभावित निवेशकों से राज्य सरकार की ओर से 60 प्रतिशत अतिरिक्त सब्सिडी और 100 प्रतिशत जीएसटी रिफंड के अलावा असम में इलेक्ट्रॉनिक उद्योग स्थापित करने के लिए भारत सरकार द्वारा भूमि आवंटन और विभिन्न सुविधाएं प्रदान करने का भी वादा किया। सीएम ने कहा कि असम सरकार जरूरत पड़ने पर असम औद्योगिक नीति में संशोधन करने के लिए भी तैयार है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से असम के जगीरोड में ओएसएटी परियोजना का दौरा करने का आग्रह किया। 

असम में रास की दो सीटों के लिए चुनाव...

जाएगा। गौरतलब है कि मिशन रंजन दास पिछले साल 20 अगस्त को ही राज्यसभा के लिए चुने गए थे। उन्हें पार्टी ने कामाख्या प्रसाद तासा के स्थान पर उम्मीदवार बनाया,जो लोकसभा के लिए चुने गए थे। मिशन रंजन दास को 10 महीने से भी कम समय तक सेवा करने की अवसर मिला, इसलिए उनका फिर से राज्यसभा नामांकन जीतना तय है। वहीं दूसरी ओर राज्यसभा में एजीपी का प्रतिनिधित्व कर रहे वीरेंद्र प्रसाद वैश्य अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। इससे पहले भी वे कई बार उच्च सदन का प्रतिनिधित्व कर चुके थे और केन्द्रीय मंत्रिमंडल में भी रह चुके थे। इस बार भी एक सीट एजीपी के लिए छोड़ी जानी तय है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वीरेंद्र प्रसाद वैश्य को फिर से पार्टी का टिकट मिलेगा या नहीं। क्योंकि इस बार एजीपी से कई नए चेहरे राज्यसभा जाने की तैयारी कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार वीरेंद्र प्रसाद वैश्य को पार्टी के कार्यों में नियुक्त कर उनके स्थान पर युवा प्रतिनिधियों को नामांकित करने की भी मांग की जा रही है। अब तक युवा पीढ़ी के उम्मीदवारों के रूप में नुरुल हुसैन, मनोज सैकिया, डॉ. तपन दास, सुनील डेका, सुनील राजकोंवार और जयंत खाउंड के नाम चर्चा में हैं। राज्यसभा के लिए वरिष्ठ नेताओं में कुमार दीपक दास, डॉ. कमलाकांत कलिता, हिरण्य कोंवर, सत्यव्रत कलिता, प्रदीप हजारिका, प्रवीण हजारिका, भूपेन राय, उत्पल दत्त और वृन्दावन गोस्वामी के नाम सुर्खियों में हैं। इस संबंध में एजीपी नेतृत्व क्या निर्णय लेता है इसके प्रति राज्य की जनता ध्यान दे रही है। राज्यसभा चुनाव के लिए अभी एक पखवाड़ा बाकी है। चुनाव आयोग किसी भी समय राज्यसभा के लिए चुनाव नोटिस जारी कर सकता है। उम्मीदवारों के चयन करते समय एजीपी नेतृत्व निश्चित रूप से मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सैकिया से चर्चा करेंगे। इसलिए, यह देखना बाकी है कि राज्यसभा के दो मौजूदा सदस्यों, वीरेंद्र प्रसाद वैश्य और मिशन रंजन दास, जिनका कार्यकाल 14 जून को समाप्त हो रहा है, की जगह कौन लेगा, या क्या दोनों मौजूदा सदस्यों को अगले कार्यकाल के लिए फिर से चुना जाएगा।