होगा आपके घर मां लक्ष्मी का वास

हिंदू धर्म में गंगा नदी को सबसे पवित्र नदी माना गया है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ, त्योहार और मांगलिक कार्यों में गंगाजल के इस्तेमाल को शुभ माना जाता है।  सालभर में कई तिथियों पर गंगा से जुड़े व्रत-त्योहार आते हैं। हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरे के रूप में देशभर में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गंगा दशहरा पर गंगा नदी में स्नान और पूजन करने से व्यक्ति  के द्वारा किए गए जाने-अनजाने में की गई गलतियों के लिए पश्चाताप करने से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। पुराणों के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल दशमी और हस्त नक्षत्र में देवी गंगा शिवजी की जटाओं से निकलकर धरती पर आई थीं। इस कारण से हर एक साल इस दिन को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है। इस बार गंगा दशहरा 05 जून को है।  पुराणों के अनुसार गंगा दशहरे के दिन व्यक्ति को किसी भी पवित्र नदी पर जाकर स्नान, ध्यान तथा दान करना चाहिए, इससे वह अपने सभी पापों से मुक्ति पाता है। इससे अलावा गंगा दशहरा पर कुछ पवित्र चीजों को घर पर लाने की मान्यता है। इससे जीवन में सुख-शांति और संपन्नता आती है। हिंदू धर्म में गंगा नदी को बहुत ही पवित्र माना जाता है। ऐसे में गंगा दशहरा के दिन जब भी आप गंगा स्नान के लिए किसी पवित्र नदी में स्नान करने जाएं तो वहां से गंगाजल घर पर जरूर लाना चाहिए। घर पर गंगाजल रखना और इसका छिड़काव करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसको घर में रखने से घर में सुख-संपदा और खुशहाली आती है और घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।