जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। लगातार 11वें दिन पाकिस्तान की सेना ने बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की। यह हमले कुपवाड़ा, बारामुला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में हुए। भारतीय सेना ने प्रत्येक हमले का तत्काल और सटीक जवाब देते हुए सीमा की रक्षा की।



22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 हिंदू पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। भारत ने 30 अप्रैल से 23 मई तक पाकिस्तान में पंजीकृत सभी विमानों—चाहे वे सैन्य हों या नागरिक—के लिए अपने वायु क्षेत्र को बंद कर दिया है। इसके साथ ही, भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों को निलंबित कर दिया है और सिंधु जल संधि से भी पीछे हटने की घोषणा की है।



इस हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया है और एक निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है। हालांकि, भारत ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया है।



इस बीच, रूस और ईरान ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश की है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों से बातचीत कर राजनीतिक समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने पाकिस्तान का दौरा कर तनाव कम करने के प्रयास किए हैं।