भारतीय रक्षा संगठन की भारतीय रक्षा संगठन की डिजिटल डिफेंस डिजिटल डिफेंस यूनिट ने एक संगठित साइबर जासूसी हमला का पर्दाफाश किया, जिसे रावलपिंडी आधारित नेटवर्क से संचालित माना जा रहा है। हमलावरों ने संवेदनशील सैन्य दस्तावेज और कमांड-एंड-कंट्रोल डेटा चुराने के लिए भारतीय VPN तथा सर्वरों का उपयोग किया 




परिदृश्य में, अधिकारी इस हमले को स्टेट-एस्पॉन्सर्ड गतिविधि मान रहे हैं क्योंकि उपकरणों में एन्क्रिप्शन-बायपासिंग माड्यूल पाए गए। इस तकनीकी जांच में शामिल विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि “ये हमला एक बड़े जासूसी अभियान का हिस्सा हो सकता है, जिसमें दूरसंचार और लेन-देन डेटा भी निगरानी में रहे।






    रक्षा मंत्रालय ने फॉरेंसिक ऑडिट तेज़ कर दिया है और सभी व्यक्तिगत व आधिकारिक डिवाइसों को उच्च स्तरीय साइबर सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत अपडेट किया जा रहा है।