ताजमहल देश के यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में से एक है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, ताजमहल सबसे ज्यादा कमाई करने वाली ऐतिहासिक धरोहर है और यह खुलासा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की तरफ से जारी आंकड़ों से हुआ है. पिछले पांच साल में ताजमहल ने टिकट बिक्री से 297 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जेनरेट किया है.केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री ने अपने जवाब में वित्त वर्ष 2019-20 से 2023-24 तक के आंकड़ों की एक टेबल शेयर किया है. इन आंकड़ों के अनुसार, ताजमहल ने सभी पांच सालों में पहला स्थान हासिल किया. 17वीं सदी में सम्राट शाहजहां द्वारा अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया गया था. यह मुगलकालीन स्मारक अपनी अनूठी वास्तुकला और सौंदर्य के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है. इसे दुनिया के सबसे खूबसूरत भवनों में से एक माना जाता है. यह यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में भी शामिल है.
फाइनेंशियल ईयर 2023-24 के मुताबिक, कुतुब मीनार 23.8 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जेनरेट करके दूसरे नंबर पर है. लाल किला 18.08 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जेनरेट करके तीसरे नंबर पर रहे.
ताजमहल के बारे में:
ताजमहल सबसे ज़्यादा पर्यटक अक्टूबर, नवंबर और फ़रवरी के ठंडे महीनों में आते हैं. हर साल लगभग 7 से 8 मिलियन (70-80 लाख) पर्यटकों को आकर्षित करता है, जिनमें से 0.8 मिलियन से ज़्यादा विदेशी पर्यटक होते हैं.
कुल पर्यटक: हर साल 7-8 मिलियन पर्यटक.
विदेशी पर्यटक: 0.8 मिलियन से अधिक.