नई दिल्ली : भारत ने 156 मेड इन इंडिया प्रचंड हेलीकॉप्टर खरीदने का फैसला लिया है। ये लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) हैं। रक्षा अधिकारी के हवाले से आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अब तक का सबसे बड़ा रक्षा सौदा है, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी दी है। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की आज हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। रक्षा अधिकारी ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने इस वित्त वर्ष में 2.09 लाख करोड़ रुपए से अधिक के अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए हैं। इस खरीद से रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता की बढ़ेगी, बल्कि हथियारों के स्वदेशीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि, अभी तक एचएएल ने 15 प्रचंड हेलीकॉप्टर बनाए हैं, जिनमें भारतीय वायुसेना के लिए दस और सेना के लिए पांच एलसीएच प्रचंड शामिल हैं। एलसीएच प्रचंड में दो लोग बैठ सकते हैं। यह 51.10 फीट लंबा, 15.5 फीट ऊंचा है। पूरे सैन्य साजो सामान के साथ इसका वजन 5800 किग्रा है। इसपर 700 किग्रा के हथियार लगाए जा सकते हैं। वहीं अधिकतम रफ्तार 268 किमी प्रतिघंटा है। प्रचंड की रेंज 550 किमी है। यह लगातार 3 घंटे 10 मिनट तक उड़ान भर सकता है। यह वजन के साथ 16,400 फीट की ऊंचाई पर भी टेकऑफ कर सकता है। इसके अलावा प्रचंड में 20 मिमी की एक तोप भी लगी है। रक्षा विशेषज्ञ और सेना से रिटायर्ड अधिकारी वत्स रोहित कहते हैं कि एलसीएच प्रचंड के बड़े प्रतिद्वंद्वी यूएस अपाचे और एएच-1जेड वाइपर जैसे पारंपरिक खिलाड़ी निस्संदेह ताकतवर हैं, लेकिन अपाचे की महंगी कीमत (30 मिलियन डॉलर से अधिक) और एएच-1जेड वाइपर की कीमत (20 मिलियन डॉलर से अधिक) के साथ ही, अमेरिकी विदेश नीति के चलते निर्यात पर लगी सीमाओं की वजह से उन्हें हासिल करना इतना आसान नहीं है।
भारत 156 मेड इन इंडिया एलसीएच प्रचंड चॉपर खरीदेगा
