पूर्वांचल प्रहरी कार्यालय संवाददाता गुवाहाटी : असम विधानसभा ने सोमवार को एक विधेयक पारित किया, जिसमें निजी विश्वविद्यालयों को छात्रों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के धर्म परिवर्तन से संबंधित गतिविधियों में शामिल होने से प्रतिबंधित करने की मांग की गई है। सदन ने तीन नए विश्वविद्यालयों की स्थापना और नौ मौजूदा विश्वविद्यालयों से संबंधित अधिनियमों में संशोधन के विधेयक को भी मंजूरी दी। शिक्षा मंत्री रनोज पेगु ने असम निजी विश्वविद्यालय अधिनियम- 2007 में संशोधन की मांग करने वाले एक अन्य विधेयक के साथ-साथ विचार और पारित करने के लिए सदन में विधेयक पेश किए। असम निजी विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक- 2025 में छात्रों,शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के धर्म परिवर्तन से संबंधित किसी भी गतिविधि में शामिल होने से विश्वविद्यालयों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है। संशोधन विधेयक में कहा गया है कि विश्वविद्यालय एक धर्मनिरपेक्ष चरित्र बनाए रखेगा। इसमें यह भी प्रस्ताव किया गया है कि विश्वविद्यालय 1 अप्रैल, 2025 से कृषि, पशु चिकित्सा, डेयरी और अन्य संबद्ध विषयों से संबंधित कोई भी नया तकनीकी, चिकित्सा, पैरा-मेडिकल, नर्सिंग और अन्य तकनीकी पाठ्यक्रम नहीं खोलेगा। संसंशोधन में गृह और राजनीतिक विभाग, असम सरकार से प्रायोजक निकाय के पूर्ववृत्त या मिसाल के संबंध में एक सुरक्षा मंजूरी रिपोर्ट का प्रस्ताव किया गया है। इसमें राज्य सरकार द्वारा हर तीन साल में एक बार विश्वविद्यालय का निरीक्षण करने का प्रावधान भी प्रस्तावित किया गया है ताकि यह सत्यापित किया जा सके कि इसकी स्थापना के दौरान लगाई गई शर्तों का अनुपालन किया गया है या नहीं। संशोधित अधिनियम में कहा गया है कि शर्तों के अनुपालन में किसी भी तरह का विचलन विश्वविद्यालय को भंग कर सकता है। एडटेक कौशल विश्वविद्यालय विधेयक, 2025, जो नई शिक्षा नीति के अनुसार उच्च शिक्षा और अनुसंधान के अध्ययन और मूल्यांकन को आगे बढ़ाने के लिए एक निजी विश्वविद्यालय स्थापित करने का प्रयास करता है। विश्व शिक्षा मिशन द्वारा प्रायोजित, प्रस्तावित विश्वविद्यालय तिनसुकिया में स्थित होगा। पेगु ने कहा कि उच्च शिक्षा, उन्नत शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने के समान उद्देश्यों के साथ स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय विधेयक- 2025 और माँ कामाख्या विश्वविद्यालय विधेयक- 2025 को विधानसभा की ओर से मंजूरी दे दी गई। सामाजिक कार्य और अनुसंधान फाउंडेशन की ओर से प्रायोजित, प्रस्तावित स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय का स्थायी परिसर चिरांग जिले के उदालगुड़ी में होगा, जबकि परिचालन परिसर कोकराझार में होगा। गबेशोना एडुवर्सिटी फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित प्रस्तावित माँ कामाख्या विश्वविद्यालय, दरंग जिले के सिपाझार में स्थित होगा।
निजी विश्वविद्यालयों को धर्म परिवर्तन से रोकने के लिए विधेयक पारित
