पूर्वांचल प्रहरी कार्यालय संवाददाता डिब्रूगढ़ : चार दिवसीय डिबू्रगढ़ दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने घोषणा की कि डिब्रूगढ़ शहर में नए असम विधानसभा और विधायक कॉलोनी का निर्माण दो वर्ष के भीतर पूरा हो जाएगा, जिसमें पहला विधानसभा सत्र वर्ष 2027 के सितंबर होगा। गुवाहाटी के बाद डिब्रूगढ़ असम में राज्य विधानसभा भवन वाला दूसरा शहर बन जाएगा। मुख्यमंत्री ने डिब्रूगढ़ शहर के समीपवर्ती खनिकर क्षेत्र में विधानसभा भवन के लिए निर्धारित निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों को बताया कि प्रकल्प की निविदा प्रक्रिया मई में शुरू होगी और निर्माण कार्य अगस्त में शुरू होने की उम्मीद है। नए परिसर में 126 विधायकों के लिए आवासीय सुविधाएं होगी। जिसमें भविष्य में 160 विधायकों तक को समायोजित करने की क्षमता होगी। प्रत्येक आवासीय इकाई 800 से 1,000 वर्ग फुट तक होगी, जिसमें एक ड्राइंग रूम, एक बेडरूम और एक रसोईघर शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना शासन को विकेंद्रीकृृत करने और पूरे असम में समान विकास सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डिब्रूगढ़ ना केवल चार वार्षिक विधानसभा सत्रों में से दो की मेजबानी करेगा, बल्कि राज्य में एक प्रमुख प्रशासनिक केंद्र के रूप में भी उभरेगा। मुख्यमंत्री ने डिब्रूगढ़ में एक नया सर्किट हाउस बनाने की योजना की भी घोषणा की, जो 75 अधिकारियों के लिए आवास प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त आने वाले दिनों में शहर में कई निदेशालय कार्यालय स्थापित किए जाएंगे, जिससे इसका प्रशासनिक महत्व और बढ़ेगा। यह कदम मुख्यमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसे उन्होंने इस वर्ष के गणतंत्र दिवस भाषण में व्यक्त किया था, जिसमें डिब्रूगढ़ को असम की दूसरी राजधानी और एक प्रमुख महानगर के रूप में विकसित करने की बात कही गई थी। शहर में पहले से ही एक मुख्यमंत्री सचिवालय है, जो गुवाहाटी के बाहर एकमात्र है। दूसरी तरफ डिब्रूगढ़ स्थित असम सचिवालय में आज सुबह डिब्रूगढ़ शहर में होने वाली कृृत्रिम बाढ़ की समस्या व उसके समाधान के विषय पर मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने एक अहम समीक्षा बैठक में भाग लिया, जिसमे स्थानीय विधायक व मंत्री प्रशांत फुकन, डिब्रूगढ़ जिला आयुक्त विक्रम कैरी, पुलिस अधीक्षक राकेश रेड्डी, डिब्रूगढ नगर निगम के मेयर डॉ. सैकत पात्र व उपमेयर उज्ज्वल फुकन के साथ ही विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस बैठक में डिब्रूगढ़ शहर की कृृत्रिम बाढ़ को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि डिब्रूगढ़ में बाढ़ की समस्या के निदान के लिए एक बड़े नाले की जरूरत है, जिसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों से बात हो गई है। शहर के मुरलीधर जालान बस स्टैंड से सेसा नदी तक 45 करोड़ रुपए की लागत से एक बड़ा कच्चा नाला खोदा जाएगा, जिससे पानी की समुचित निकासी हो। बाद में उसका पक्कीकरण किया जाएगा। गौरतलब हो कि गत वर्ष डिब्रूगढ़ शहर में हुई कृृत्रिम बाढ़ की मार से पीड़ित लोगों से मुख्यमंत्री स्वयं मिले थे और उन्होंने जमीनी हकीकत को जानने के लिए बाढ़ग्रस्त परिवारों के घर का दौरा किया था। इसके बाद उन्होंने इस विकराल समस्या के निदान के लिए आम जनता को आश्वासन दिया था। वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ने डिबू्रगढ़ में निर्माणाधीन खनिकर स्टेडियम का दौरा कर कार्य की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्धारित समय में काम पूरा करने का निर्देश दिया। सीएम ने कहा कि यह स्टेडियम तैयार होने के बाद डिबू्रगढ़ के खेल जगत को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएगा। इसमें सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं होगी। स्टेडियम में बैठने की क्षमता पांच हजार से बढ़ाकर 25 हजार की जाएगी, जिससे यह राज्य के प्रमुख खेल स्थलों में शामिल होगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने डिब्रूगढ़ में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की, जिसमें डिमौ विधानसभा क्षेत्र में चल रही प्रमुख विकास परियोजनाओं की प्रगति का आकलन किया गया।