पूर्वांचल प्रहरी डेस्क संवाददाता गुवाहाटी : असम माध्यमिक शिक्षा परिषद  सेबा और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद (एएचएसईसी) को मिलाकर असम स्कूल शिक्षा बोर्ड (एएसईबी)का गठन किया गया था, लेकिन व्यवहार में बोर्ड में कोई सुधार नहीं देखा गया। असम में बोर्ड परीक्षाओं में प्रश्नपत्र लीक होना एक परंपरा बन गई है। इस बार की मैट्रिकुलेशन-हायर सेकेंडरी की अंतिम परीक्षाएं तो सुचारू रूप से संपन्न हो गईं, लेकिन हायर सेकेंडरी के प्रथम वर्ष की परीक्षा में गड़बड़ी हो गई। असम राज्य स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित उच्चतर माध्यमिक परीक्षा के प्रथम वर्ष के प्रश्नपत्र गणित की परीक्षा से एक दिन पहले 21 मार्च को लीक हो गए। असम स्कूल शिक्षा बोर्ड ने सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र वायरल होने के बाद 21 मार्च को होने वाली गणित की परीक्षा स्थगित कर दी है। बृहस्पतिवार को असम स्कूल शिक्षा बोर्ड के दूसरे प्रमंडल के प्रभारी परीक्षा नियंत्रक रंजन कुमार दास ने एक सूचना के जरिए घोषणा की कि 21 मार्च को होने वाली गणित की परीक्षा रद्द कर दी गई है और बाद में परीक्षा की नई तारीख की घोषणा की जाएगी। बोर्ड 6 मार्च से ग्यारहवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं आयोजित कर रहा है। इस बार बोर्ड ग्यारहवीं कक्षा की परीक्षा अलग-अलग परीक्षा केंद्रों के बजाए संबंधित स्कूलों में आयोजित किया। तदनुसार बोर्ड ने परीक्षा शुरू होने से पहले सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और केंद्राध्यक्षों को प्रत्येक विषय के प्रश्नपत्रों के सीलबंद पैकेट सौंप दिए थे। हालांकि, सभी प्रश्न-पत्र पैकेज पहले ही प्राप्त हो चुके हैं, फिर भी यह नियम है कि विद्यालयों के प्रधानाचार्य और परीक्षा प्रबंधन समितियों के प्रमुख नियत दिन की परीक्षा की पूर्व संध्या पर प्रश्न-पत्र पैकेजों की सील खोलते हैं। हालांकि, 21 मार्च को होने वाली गणित की परीक्षा से दो दिन पहले ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बोर्ड अध्यक्ष ने बृहस्पतिवार सुबह व्हाट्सएप के जरिए प्रश्नपत्र मिलने के बाद लीक होने की पुष्टि की। इसके बाद परीक्षा नियंत्रक को शुक्रवार को होने वाली ग्यारहवीं कक्षा की गणित की परीक्षा रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा। प्रश्रपत्र लीक के संबंध में जांच करने के लिए असम स्कूल शिक्षा बोर्ड की तरफ से असम पुलिस की विशेष शाखा में शिकायत दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही, बोर्ड अधिकारियों ने प्रत्येक स्कूल के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया कि वे गणित के प्रश्नपत्रों के पैकेज जिलों में निर्धारित केंद्रों पर जमा कराएं। बोर्ड को उम्मीद है कि परीक्षा केंद्र के प्रमुख और प्रिंसिपल द्वारा प्रस्तुत प्रश्नपत्रों के सीलबंद पैकेज की जांच करके घटना में शामिल मुख्य अपराधी की पहचान की जा सकेगी। नलबाड़ी जिले के एक परीक्षा केंद्र से 11वीं कक्षा का गणित का प्रश्नपत्र वायरल होने का संदेह है।