जोरहाट : अपने तीन दिवसीय पूर्वोत्तर दौर के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार की शाम जोरहाट रोरैया एयरपोर्ट पर पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अपने काफिले के साथ देरगांव स्थित लाचित बरफुकन पुलिस अकादमी पहुंचे। वहीं आज तय कार्यक्रम के तहत शाह  ने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा की उपस्थिति में लाचित बरफुकन पुलिस अकादमी का उद्घाटन किया। यह अत्याधुनिक अकादमी उन्नत प्रशिक्षण व्यवस्था और आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है। इस अवसर पर गृह मंत्री ने पुलिस अकादमी के आवासीय परियोजना का शिलान्यास भी किया। मालूम हो कि राज्य सरकार ने इस अकादमी के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 1024 करोड़ रुपए की परियोजना स्वीकृत की है। लगभग 1022 बीघा भूमि में फैली इस परियोजना के पहले चरण में स्मार्ट क्लासरूम युक्त पांच मंजिला भवन बनाया गया है, जिसकी लागत 167 करोड़ रुपए है। इस भवन में आधुनिक लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, रिसर्च लैब, सेमिनार हॉल, प्रशासनिक कार्यालय और हथियार सिम्युलेटर आदि की सुविधाएं हैं। इसके अतिरिक्त अकादमी के इतिहास को संजोने के लिए एक संग्रहालय और आधुनिक परेड ग्राउंड भी बनाया गया है, वहीं परियोजना के दूसरे चरण में आवासीय सुविधाओं का विकास किया जाएगा, जिसकी अनुमानित लागत 425 करोड़ रुपए होगी। इस परियोजना के तहत 240 परिवारों के लिए आवासीय क्वार्टर, 312 अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए हॉस्टल तथा 2640 प्रशिक्षुओं के लिए रेजिडेंशियल हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा। लाचित बरफुकन पुलिस अकादमी के मुख्य परेड ग्राउंड में बनाए गए विशाल मंच पर सार्वजनिक सभा में हिस्सा लेते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने  अपने संबोधन में वीर योद्धा लाचित बरफुकन का स्मरण करते हुए कहा कि उनकी जीवनी अब 23 भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे देशभर के लोग उनसे प्रेरणा ले सकेंगे। शाह ने असम में हुए शांति समझौतों का उल्लेख करते हुए बताया कि वर्ष 2020 में असम-बोड़ोलैंड समझौता, वर्ष 2021 में कार्बी आंगलांग समझौता, वर्ष 2022 में आदिवासी शांति समझौता, वर्ष 2023 में अल्फा, असम-मेघालय और असम-अरुणाचल समझौते हुए हैं, जिनसे दस हजार से अधिक युवाओं ने हथियार छोड़कर मुख्यधारा में वापसी की है। उन्होंने असम में हो रहे विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि राज्य में 27,000 करोड़ रुपए की लागत से सेमीकंडक्टर उद्योग स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा दस हजार करोड़ रुपए की लागत से 200 किलोमीटर से अधिक लंबी भारतमाला परियोजना, तीन हजार करोड़ रुपए की लागत से धुबरी-फुलबाड़ी पुल, 3,400 करोड़ रुपए की लागत से 3.7 किलोमीटर लंबी ग्रामीण सड़कों का निर्माण, सिलचर-चुराईबाड़ी कॉरिडोर का फोर-लेन में परिवर्तन, एक हजार करोड़ रुपए की लागत से माजुली द्वीप पर नया तटबंध और सड़क निर्माण जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। शाह ने यह भी बताया कि पहले असम की पुलिस को प्रशिक्षण के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ता था, लेकिन अब इस अकादमी में गोवा और मणिपुर के दो हजार पुलिसकर्मियों ने प्रशिक्षण लिया है, जिससे यह अकादमी न केवल असम बल्कि पूरे पूर्वोत्तर की पुलिसिंग के लिए एक तीर्थस्थल बनेगी। अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा करते हुए शाह ने बताया कि वे असम में कांग्रेस सरकार के दौरान विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे, जिसके चलते उन्हें पुलिस की लाठियां खानी पड़ीं और सात दिनों तक जेल में रहना पड़ा था। इधर सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि राज्य में पहली बार लाचित बरफुकन के नाम पर इतनी बड़ी संस्था स्थापित की गई है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को इस परियोजना के मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि दिल्ली में लाचित बरफुकन की 400वीं जयंती के दौरान गृह मंत्री ने लाचित बरफुकन के जीवन पर लिखी पुस्तक को विभिन्न भाषाओं में अनुवाद करने का सुझाव दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि देरगांव में स्थित यह पुलिस अकादमी असम पुलिस के अधिकारियों और जवानों को प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने घोषणा की कि इस परिसर में गुवाहाटी के सरूसजाई स्टेडियम की तर्ज पर एक बड़ा खेल प्रकल्प भी विकसित किया जाएगा। इसके अलावा स्थानीय लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए एक सीबीएसई स्कूल, नर्सिंग अकादमी और स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार भविष्य में इस परिसर में एक पुलिस मेडिकल कॉलेज की स्थापना पर विचार कर रही है। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने आगे राज्य की सुधरती कानून-व्यवस्था का भी जिक्र किया, वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि एडवांटेज असम 2.0 सम्मेलन के दौरान राज्य को 5.23 लाख करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे असम विकास की नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले तीन वर्षों में असम में आतंकवाद और आंदोलन समाप्त हो गए हैं, जिससे राज्य में शांति और स्थिरता आई है। वहीं दूसरी ओर हमारे संवाददाता से बातचीत करते हुए जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने इस अवसर को पूरे देश के लिए गर्व का विषय बताया। उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री राज्य को विकास के एक नए मुकाम पर ले जाने के लिए प्रयासरत हैं और यह दिशा सही साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लाचित बरफुकन पुलिस अकादमी का उद्घाटन किया है, जो कि असम के लिए गौरव की बात है। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, राज्य मंत्री पवित्र मार्घेरिटा, कृषि मंत्री अतुल बोरा, वित्त मंत्री अजंता नेउग, जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका, गृह सचिव गोविंद मोहन, असम पुलिस महानिदेशक हरमीत सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। वहीं दूसरी ओर आज अकादमी के उद्घाटन से पहले मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने लाचित बरफुकन पुलिस अकादमी का दौरा कर वहां की तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने अकादमी के प्रशिक्षण कार्यक्रमों और बुनियादी ढांचे की समीक्षा की और अधिकारियों से बातचीत भी की। वहीं मुख्यमंत्री शर्मा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इस दौरे का एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने अकादमी को असम पुलिस बल को अत्याधुनिक प्रशिक्षण देने के लिए एक ऐतिहासिक पहल बताया। उन्होंने कहा कि यह अकादमी राज्य की कानून-व्यवस्था को और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। मालूम हो कि लाचित बरफुकन पुलिस अकादमी का उद्देश्य नए रंगरूटों को आधुनिक तकनीक और रणनीतियों से प्रशिक्षित करना है, जिससे वे भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो सकें। उद्घाटन के बाद यहां राज्य के पुलिस कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे असम पुलिस की कार्यकुशलता में वृद्धि होगी।