पूर्वांचल प्रहरी डेस्क संवाददाता गुवाहाटी : असम देश के 28 राज्यों में से अपनी पहचान बनाने में सफल रहा है। अब यह ए फॉर एपल नहीं, बल्कि ए फॉर असम होगा। वित्त मंत्री अजंता नेउग ने बुधवार को असम विधानसभा के बजट सत्र में बजट भाषण के संदर्भ में जवाब देते हुए यह बात कही। वित्तमंत्री ने आगे कहा, हम इस बारे में सोच रहे हैं कि हम असम को समग्र रूप से आर्थिक और सामाजिक रूप से कैसे आगे बढ़ा सकते हैं। जो लोग राज्य की जनता की अनुभूति को समझने की कोशिश नहीं करते, उन्होंने बजट की आलोचना की है। चाय समुदाय के लोग लंबे समय से उपेक्षित रहे। आज सरकार उस चाय समुदाय के लोगों के साथ खड़ी है। इसके तहत चाय किसानों की 200वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य मेंं झुमुर नृत्य को दुनिया तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। महिलाओं के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को समझते हुए हमने अरुणोदय योजना के लिए 5,000 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। हम एक विकासशील और उन्नत असम चाहते हैं। आज सरकार जितना ऋण ले सकती है उसकी तुलना में बहुत कम उधार लिया है और अखिल भारतीय स्तर पर उधार लेने वाले राज्यों में असम 19वें स्थान पर है। इसलिए विपक्ष को कर्ज के नाम पर आलोचना करने की जरूरत नहीं है। असम देशभर में श्रेष्ठ राज्य होने वाला है। असम में जरूर सूर्योदय होगा। अजंता नेउग ने आगे कहा कि विपक्ष ने बजट की आलोचना में कई बातें कही हैं। बजट जीडीपी अनुपात के अनुसार तैयार किया गया। बजट प्रस्तुत करने में एफआरबीएम अधिनियम का अनुपालन किया गया। विधायक अखिल गोगोई ने वित्त मंत्री अजंता नेउग से सवाल किया कि उन्होंने राजकोषीय घाटे के बारे में कुछ नहीं कहा। इसे स्पष्ट करना चाहिए। सीपीआईएम विधायक मनोरंजन तालुकदार और एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम ने शिकायत की कि बजट तैयार करने में एफआरबीएम अधिनियम का उल्लंघन किया गया। मंत्री अजंता नेउग ने दोहराया कि सरकार ने एफआरबीएम अधिनियम के अनुरूप बजट तैयार किया है।