पूर्वांचल प्रहरी डेस्क संवाददाता गुवाहाटी : राष्ट्रीय जलमार्गों के लिए बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय की नोडल एजेंसी, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) ने सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी), दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) सहित दिल्ली सरकार की कई एजेंसियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन का उद्देश्य सोनिया विहार और जगतपुर के बीच यमुना नदी (राष्ट्रीय जलमार्ग 110) पर चार किलोमीटर के हिस्से में क्रूज पर्यटन को विकसित और बढ़ावा देना है। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह असिता पार्क में आयोजित किया गया और इसमें दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री राखी गुप्ता, केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर के साथ-साथ मंत्रालय के सचिव टीके रामचंद्रन और आईडब्ल्यूएआई के अध्यक्ष विजय कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के गतिशील नेतृत्व में भारत के जलमार्ग दशकों की उपेक्षा के बाद एक परिवर्तनकारी पुनरुद्धार के साक्षी बने हैं। टिकाऊ और आधुनिक अंतर्देशीय जल परिवहन के लिए उनका दूरदर्शी प्रयास वास्तव में क्षमता को प्रगति में बदलने में कारगर रहा। यमुना पर पर्यावरण के अनुकूल क्रूज पर्यटन की शुरुआत इस यात्रा में एक और मील का पत्थर है, जो स्वच्छ, हरित और अधिक कुशल जलमार्गों का मार्ग प्रशस्त करता है, जो दिल्ली के दिल में कनेक्टिविटी और पर्यटन दोनों को बढ़ावा देगा। दिल्ली के लोग वर्षों से यमुना पर गंदगी और उपेक्षा को देखकर दुखी थे, लेकिन यह पहल सुधार की शुरुआत है। इन क्रूज के लंच होने से दिल्लीवासियों के साथ-साथ राजधानी में आने वाले पर्यटकों को भी यमुना नदी से प्यार हो जाएगा और वे इसकी सुंदरता का अनुभव करेंगे जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। इस पहल का उद्देश्य दिल्ली में यमुना के सोनिया विहार-जगतपुर खंड को पर्यावरण के अनुकूल क्रूज संचालन के केंद्र में बदलना है। टिकाऊ और प्रदूषण रहित जल परिवहन सुनिश्चित करने के लिए इलेक्ट्रिक-सोलर हाइब्रिड बोट्स - जिनमें से प्रत्येक 20-30 यात्रियों को ले जाने में सक्षम है - को नदी क्रूज जहाजों के रूप में तैनात किया जाएगा। इन नावों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए बायो-टॉयलेट, सार्वजनिक घोषणा प्रणाली और लाइफ जैकेट की सुविधा होगी। इसके अतिरिक्त आईडब्ल्यूएआई सुचारू नौका संचालन की सुविधा के लिए दो एचडीपीई जेटी स्थापित करेगा। यह परियोजना वजीराबाद बैराज के ऊपर राष्ट्रीय जलमार्ग 110 (एनडब्ल्यू-110) पर छोटी दूरी की नौवहन और मनोरंजक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ हरित और टिकाऊ पर्यटन को बढ़ावा देने को तैयार है। अंतर्देशीय जल परिवहन को मजबूत करने के अलावा इस पहल से यमुना के किनारे पर्यावरण के अनुकूल यात्रा अनुभव प्रदान करके दिल्ली के पर्यटन परिदृश्य को फिर से परिभाषित करने की उम्मीद है।
मोदी के कुशल नेतृत्व में जल मार्ग का हो रहा विकास : सोनोवाल
