पूर्वांचल प्रहरी स्टाफ रिपोर्टर गुवाहाटी: भारतीय  रेल एवं जल शक्ति राज्य मंत्री वी. सोमन्न तीन दिवसीय दौर पर  असम और पूर्वोत्तर आए । आज अंतिम व तीसरे दिन मंत्री वी सोमन्न पूर्वोत्तर की लाईफ लाईन कहे जाने वाले गुवाहाटी रेलवे स्टेशन का दौरा किया। साथ  ही उन्होंने स्टेशन पर चल रही विकास परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की। इस मौके पर उनके साथ पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक  चेतन कुमार श्रीवास्तव और मुख्यालय एवं मंडल के वरिष्ठ रेल अधिकारी भी थे। अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) के तहत 181.09 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से आधुनिक सुविधाओं के साथ गुवाहाटी रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है। मंत्री ने स्टेशन की बुनियादी संरचना का व्यापक निरीक्षण किया। उन्होंने प्रतीक्षालय क्यूआर कोड टिकटिंग काउंटर और सुरक्षा उपायों सहित प्रमुख सुविधाओं का भी मूल्यांकन किया। उन्होंने एग्जीक्यूटिव लाउंज का दौरा किया और स्टेशन को साफ-सुथरा रखने में रेल अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की। इसके अतिरिक्त मंत्री ने स्टेशन के और अधिक सुधार पर रेल अधिकारियों के साथ चर्चा भी की। इसके बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री ने  कहा कि देश में विकास के क्षेत्र में राजनीति नही होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन काल में चहुंओर विकास हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में  गत 50 सालो में जीतना काम नही हुआ, उससे अधिक काम प्रधानमंत्री के 10 साल के शासनकाल में हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि केंद्रीय बजट 2025-26 में इस क्षेत्र में रेलवे के लिए 10,440 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है। 2014 तक असम में रेलवे का कोई बिजलीकरण नहीं हुआ था, लेकिन अब 2025 के अंत तक 100 प्रतिशत रेलवे बिजलीकरण पूरा होने जा रहा है। उन्होंने रेलवे के बुनियादी संरचना के विकास में महत्वपूर्ण प्रगति पर भी प्रकाश डाला।  साथ ही कहा कि क्षमता और दक्षता बढ़ाने के लिए दोहरीकरण कार्य त्वरित गति से किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त कनेक्टिविटी में सुधार और क्षेत्र की बढ़ती परिवहन मांगों को पूरा करने के लिए नई रेलवे लाइनें बिछाई जा रही हैं। मंत्री ने यात्री आराम और परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विशेष रूप से पूर्वोत्तर राज्यों में रेलवे के बुनियादी संरचना और कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। गत 8 मार्च 2025 को  मंत्री ने डिब्रूगढ़ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इसके पुनर्विकास के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बोगीबील रेल-सह-सड़क पुल का भी दौरा किया, जो नदी के उत्तरी और दक्षिणी किनारों को जोड़ता है, जिससे असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच संपर्क बढ़ा है। मंत्री की यात्रा ने आर्थिक विकास और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देते हुए विश्व स्तरीय रेल सेवाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता को उजागर किया।