बिहार में नीतीश सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है। सात भाजपा विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। ये सभी भाजपा के कोटे से मंत्री बने हैं। शपथ ग्रहण समारोह में कृष्ण कुमार मंटू, विजय मंडल, राजू सिंह, संजय सारावगी, जीवेश मिश्रा, सुनील कुमार और मोतीलाल प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा के इन सातों विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है। इससे भाजपा की बिहार सरकार में भूमिका और मजबूत हुई है। इसे बीजेपी का बड़ा दांव माना जा रहा है। बिहार में नीतीश सरकार के कैबिनेट विस्तार में दरभंगा के नगर विधायक संजय सरावगी को बतौर मंत्री शपथ दिलाई गई। संजय सरावगी दरभंगा शहरी क्षेत्र से लगातार पांच बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं। इस बार मंत्री बनाए जाने वालों लिस्ट में उनके नाम की घोषणा से भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी है। मंत्रिमंडल के विस्तार में सीमांचल के सिकटी के भाजपा विधायक विजय कुमार मंडल को मंत्री बनाया गया। विजय कुमार मंडल को मंत्री बनाने के बहाने एनडीए ने सीमांचल में अति पिछड़ा वोट बैंक पर सेंधमारी की कोशिश की है। विजय कुमार मंडल केवट जाति से आते हैं और इस जाति सहित अति पिछड़ा का एक बड़ा वोट बैंक सीमांचल में है। विजय कुमार मंडल पांच बार विधानसभा चुनाव जीते हैं। बिहारशरीफ के विधायक डॉ. सुनील कुमार एक अनुभवी भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो चार बार बिहार विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। वर्तमान में वे बिहारशरीफ विधानसभा सीट से बीजेपी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। नीतीश कैबिनेट विस्तार में रीगा के भाजपा विधायक मोतीलाल प्रसाद को भी मंत्री पद मिला। दुकानदार से विधायक बने मोतीलाल प्रसाद ने 2010 और 2020 में जीत हासिल की, लेकिन 2015 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वैश्य समाज से आने वाले मोतीलाल प्रसाद जिले के तीसरे वैश्य मंत्री हैं। सीतामढ़ी के वैश्य समाज से तीसरे विधायक हैं, जिन्हें मंत्री पद मिला। इससे पहले सुनील कुमार पिंटू और रामवृक्ष चौधरी मंत्री रह चुके हैं।दरभंगा के जाले से विधायक जीवेश मिश्रा को फिर से मंत्री पद मिला। जीवेश मिश्रा भाजपा के टिकट पर 2020 में दूसरी बार विधायक बने थे। पहले भी नीतीश सरकार में मंत्री रह चुके हैं, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। जब नीतीश कुमार ने भाजपा के समर्थन से दोबारा सरकार बनाई, तब उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली थी। अब कैबिनेट विस्तार में उन्हें फिर से मौका मिला है। जीवेश मिश्रा ने मंत्री पद की शपथ ले ली है। मुजफ्फरपुर के साहेबगंज विधायक राजू सिंह नीतीश कुमार की कैबिनेट में शामिल हो गए। राजू सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। उन पर कई गंभीर आरोप भी हैं। मगर अब साहेबगंज से विधायक राजू सिंह को नीतीश मंत्रिमंडल में जगह मिली है। उनकी गिनती बिहार के रसूखदार सियासतदार के साथ ही उद्योग और व्यवसाय जगत के बड़े लोगों में की जाती है। व्यवसायी से उद्योगपति और फिर राजनीति में राजू सिंह ने 2005 में राजनीति में एंट्री ली थी और वे पहली बार लोजपा की टिकट पर साहेबगंज से विधायक चुने गए थे। उसके बाद फिर 2005 में ही हुए अक्टूबर के चुनाव में पार्टी बदलकर जदयू के टिकट पर साहेबगंज से विधायक चुने गए। फिर साल 2010 में यहीं से दोबारा विधायक बने। इस तरह चार बार वे विधायक चुने गए। इसके बाद राजू सिंह ने 2015 में जदयू को छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव से पहले अपना अंतिम कैबिनेट विस्तार किया। बुधवार शाम को राजभवन में जिन मंत्रियों को शपथ दिलाई गई उसमें छपरा जिले के कृष्ण कुमार मंटू भी शामिल हैं। कृष्ण कुमार मंटू भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से अमनौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। कृष्ण कुमार मंटू सांसद राजीव प्रताप रूडी के काफी करीबी बताए जाते हैं। हालांकि, उनका शुरुआती राजनीतिक जीवन काफी विवादित रहा। लेकिन हाल के दिनों में उन्होंने अपनी पुरानी छवि को काफी तेजी से बदला है और समाज में एक सहज नेता के रूप में पहचान बनाई है।
नीतीश की नई टीम
