असम में निवेश को बढ़ावा देने तथा औद्योगिक वातावरण बनाने के क्षेत्र में एडवांटेज असम 2.0 का आयोजन मिल का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री हिंमत विश्वशर्मा ने इसके आयोजन के लिए पिछले कई महीनों से तैयारी की है। उन्होंने निवेशकों को आकॢषत करने के लिए जापान, सिंगापुर सहित कई देशों पर दौरा किया तथा वहां के उद्योगपतियों एवं मंत्रियों के साथ बैठक की। कई जगह उन्होंने रोड-शो का भी आयोजन किया। असम के उद्योग मंत्री ने भी जर्मनी, ब्रिटेन सहित कई देशों का दौरा किया था।  एडवांटेज असम 2.0 के दौरान कुल 204 समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिससे असम में  1.22 लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा। असम मंत्रिमंडल ने 45 हजार करोड़ रुपए के समझौता ज्ञापन को खारिज कर दिया, क्योंकि उसमें कमजोर आधार पाए गए। दो दिवसीय एडवांटेज असम 2.0 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसमें 60 देशों के राजदूतों और कई देशों के व्यापारिक प्रतिनिधि मंडलों के शामिल होने की उम्मीद हैं। दो दिनों के दौरान हथकरघा और कपड़ा से लेकर बिजली, खान एवं खनिजों सहित विभिन्न क्षेत्रों में कई समझौते होंगे। निवेश को मोटे तौर पर चार खंडों में बांटा गया है। इसके अलावा जिलास्तर पर भी कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। असम सरकार ने टेक्सटाइल क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने तथा मित्रवत औद्योगिक वातावरण बनाने के लिए नई नीति टेक्सटाइल नीति की घोषणा की है। कुछ निवेश की घोषणाएं सरकारी क्षेत्र द्वारा, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के द्वारा तथा निजी पक्षों द्वारा भी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने रविवार को मंत्रिमंडल की बैठक में इस पूरे मामले की समीक्षा की है। 25 एवं 26 फरवरी को कई सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें डोनर मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विदेश मंत्री एस जयशंकर, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, बंदरगाह शिपिंग एव जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन तथा वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भाग लेंगे। जयशंकर एक्ट ईस्ट, एक्ट फास्ट तथा एक्ट फर्स्ट विषय पर अपने विचार रखेंगे। कई देशों के राजदूत तथा अन्य कूटनीतिज्ञ इसमें भाग ले रहे हैं। असम चाय उद्योग, आयुष, पर्यटन तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में चर्चा होगी तथा समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे। सेमी कंडक्टर और हाइड्रोकार्बन क्षेत्र के निवेश पर भी चर्चा होगी। रियेल स्टेट तथा शहरी ढांचा विकसित करने के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने पर भी चर्चा होगी। सड़क परिवहन, रेलवे एवं शिपिंग के विकास पर भी संबंधित केंद्रीय मंत्री अपने विचार रखेंगे। 60 देशों के राजदूत तथा अन्य राजनयिकों ने काजीरंगा का भी दौरा किया है। इससे काजीरंगा में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा ज्यादा विदेशी पर्यटक आएंगे। एडवांटेज असम 2.0 से पहले गुवाहाटी के सरुसजाई स्टेडियम में चाय जनजातियों की संस्कृृति झुमुर बिनंदिनी नृत्य का आयोजन हुआ, जिसके गवाह खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हुए। इस विशेष कार्यक्रम में असम के लगभग 9000 कलाकारों ने भाग लेकर विश्व रिकॉर्ड बना दिया है। असम में चाय उद्योग के 200 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम हो रहा है। इसके सफल आयोजन से असम के चाय जनजाति को दुनिया में विशेष पहचान मिलेगी। कुल मिलाकर एडवांटेस 2.0 असम में औद्योगिक क्रांति के लिए आधार तैयार करेगा। ज्यादा निवेश आने से राज्य में रोजगार के ज्यादा अवसर पैदा होंगे। असम सरकार ने पहले ही एक लाख से ज्यादा युवकों को सरकारी नौकरी दे चुकी है।