पूजा-पाठ करने के दौरान अक्सर हम दीपक जलाते हैं क्योंकि अग्नि को पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार अग्नि को पांच तत्वों में से एक माना गया है और यही वजह है कि पूजा में दीपक जलाना अनिवार्य होता है। लेकिन कई बार अनजाने में लोग कुछ गलतियां कर बैठते हैं जो घर की बरकत को प्रभावित कर सकती हैं।

दीपक बुझाने की गलती : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पूजा में जलते दीपक को कभी भी बीच में नहीं बुझाना चाहिए। भगवान श्रीकृृष्ण ने युधिष्ठिर से दीपक को बुझाने, हटाने को गलत बताया गया है। श्रीकृृष्ण के अनुसार जो व्यक्ति दीपक बुझाता है वह काना हो जाता है और दीपक बुझाने वाला अंधा हो जाता है। यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से गलत है बल्कि घर की सुख-समृद्धि को भी प्रभावित करता है।

दीपक को हटाना और बुझाना भी होता है अशुभ : पुराण में यह स्पष्ट किया गया है कि दीपक को उसके स्थान से हटाने और उसे बुझाने से भी घर की बरकत खत्म हो जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दीपक को बुझाने का अर्थ अग्नि को बुझाना है और अग्नि शुद्धता, पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।

घर की खुशहाली और लक्ष्मी माता पर असर : दीपक बुझाने से न केवल घर की सुख-शांति प्रभावित होती है बल्कि इसे लक्ष्मी माता के नाराज होने का संकेत भी माना जाता है। इसके परिणामस्वरुप धन की कमी हो सकती है और घर की समृद्धि घट सकती है।