गुवाहाटी : मुख्यमंत्री हिमंत विश्वशर्मा ने दक्षिण कोरिया के उद्योगपतियों को राज्य में निवेश का न्योता दिया है। शर्मा ने पूर्वोत्तर पर केंद्र के ध्यान तथा क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए देश के शीर्ष व्यापारिक घरानों की प्रतिबद्धता का भी उल्लेख किया। शर्मा ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा! मैंने सियोल में दिन की शुरुआत 'एडवांटेज असम रोड शो' में 140 से अधिक उद्योगपतियों से बात करके की। इसका आयोजन दक्षिण कोरिया में 'इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स' ने किया था। शर्मा रविवर को सियोल पहुंचे हैं। वह 25 और 26 फरवरी को यहां होने वाले एडवांटेज असम 2.0 व्यापार शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस सम्मेलन के जरिये मुख्यमंत्री दक्षिण कोरिया के निवेशकों को लुभाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि एडवांटेज असम 2.0 का हिस्सा बनने के प्रति उनका उत्साह अभूतपूर्व था। कोरिया का व्यापारिक समुदाय दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में भारत की स्थिति और इस बाजार तक पहुंच के लिए असम द्वारा उन्हें दिए जा सकने वाले अवसरों को लेकर काफी उत्साहित था। उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से असम और पूर्वोत्तर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि असम कई निवेशकों के अनुकूल नीतियों के साथ एक आकर्षक व्यावसायिक गंतव्य है। उन्होंने कहा कि 25 और 26 फरवरी को गुवाहाटी में आयोजित होने वाले एडवांटेज असम 2.0 निवेश और बुनियादी ढांचा शिखर सम्मेलन में उनकी भागीदारी असम में निवेश के माहौल के विकास के लिए शुभ संकेत होगी। असम की विविधताओं को उजागर करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि असम न केवल निवेश गंतव्य के रूप में अपनी अपार संभावनाओं के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्यटन के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र है। राज्य में तीन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं जिनमें विशाल चाय बागान और सुंदर रिसॉर्ट शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन स्थलों में पर्यटकों की मेजबानी करने और उन्हें उपयुक्त विश्राम देने की क्षमता है। बाद में मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने सियोल में कोरिया व्यापार निवेश संवर्धन एजेंसी (केओटीआरए) के अध्यक्ष क्यूंगसुंग कांग के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल और उनकी टीम के साथ एक बैठक भी की। मुख्यमंत्री ने कोरियाई उद्योगपतियों को शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करते हुए कहा कि आगामी शिखर सम्मेलन उद्योगपतियों, निवेशकों और उद्यमियों को असम के औद्योगिक और निवेश पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में ज्ञान साझा करने का मंच प्रदान करेगा। डॉ. शर्मा ने यह भी कहा कि शिखर सम्मेलन असम और कोरियाई व्यवसायों के पारस्परिक लाभ के लिए व्यापार, वाणिज्य, उद्योग और कौशल के क्षेत्रों में विकास और विकास के लिए साझेदारी के अवसरों का पता लगाने के लिए संबंधों को बढ़ावा देने और साझा रणनीति बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। बैठक के दौरान डॉ. शर्मा ने असम की समृद्ध पर्यटन क्षमता और जागीरोड में आने वाली दुनिया की सबसे बड़ी ओएसएटी इकाई के पूरक के रूप में असम में एक पूर्ण विकसित सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की योजना पर भी जोर दिया। मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने दक्षिण कोरिया की ऑटोमोबाइल सहायक फर्मों के सीईओ और नेताओं के साथ भी बैठक की और उन्हें असम में ऑटोमोबाइल सहायक उपकरणों के निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए अपनी सरकार के भरपूर समर्थन की पेशकश की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के 100 बिलियन डॉलर के ऑटो उद्योग और दक्षिण पूर्व एशिया के ऑटो उद्योग तक आसान पहुंच के साथ असम उन्हें अद्वितीय लाभ प्रदान करता है।
असम के मुख्यमंत्री ने दक्षिण कोरिया के उद्योगपतियों को राज्य में निवेश का दिया न्योता
