नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि आजादी के बाद देश को जितना आगे बढ़ना चाहिए था, उतना आगे नहीं बढ़ पाया। भागवत ने कहा कि देश को आगे ले जाने की दिशा में आगे चलेंगे तो हम आगे बढ़ेंगे और 15-20 वर्ष में जरूर अपेक्षित विकास होगा। वह यहां विज्ञान भवन में आयोजित ‘संत ईश्वर सम्मान 2021’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। भागवत ने कहा कि आजादी के बाद 75 वर्ष में जितना आगे बढ़ना चाहिए था, उतना आगे हम नहीं बढ़ पाए। जिस दिशा में देश को आगे ले जाना चाहिए था, उस दिशा में और उस रास्ते पर नहीं चले, इसलिए नहीं बढ़ पाए। उन्होंने कहा कि भारत ने आदिकाल से पूरी दुनिया को सुसंस्कृत बनाने का काम किया और भारत का इरादा कभी किसी को जीतने का नहीं रहा तथा न ही किसी को बदलने का रहा। सरसंघचालक ने कहा कि जब हम सहोदर भाव के साथ काम करेंगे तब 15-20 वर्षो में देश का पूरा विकास हो जाएगा। इस दौरान उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए कहा कि दुनिया के सभी देशों में मिलाकर अब तक जितने महापुरुष हुए होंगे, उतने हमारे देश में बीते 200 वर्षों में हो गए तथा इनमें से प्रत्येक का जीवन हम सभी के लिए राह उजागर करता है। समारोह को संबोधित करते हुए जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर देश में जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय देश के संपूर्ण विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। समारोह में केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह और अश्विनी कुमार चौबे भी मौजूद थे।