नई दिल्ली : बाल शोषण को लेकर केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि लोगों में यह धारणा है कि बाल शोषण केवल गरीब परिवारों तक ही सीमित है, लेकिन असल में यह समृद्ध परिवारों में भी उतना ही नजर आता है। बाल अधिकार पर राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए ईरानी ने बाल संरक्षण के पहलुओं पर जोर दिया। उन्होंने मौजूद सहभागियों से आग्रह किया कि वे समृद्ध परिवारों, चाइल्ड केयर संगठनों और शक्तिशाली संगठनों में होने वाले बाल शोषण पर भी गौर करें। कार्यशाला में गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों व सरकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमें प्रशासक के रूप में नहीं, बल्कि नागरिकों के रूप में इस समस्या का समाधान ढूंढना है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम सभी बच्चों को न्याय दिला सकें। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही है। जब तक हम प्रत्येक बच्चे के अधिकार सुनिश्चित नहीं करते तब तक हम वास्तव में आजाद नहीं हो सकते।केंद्रीय मंत्री ने प्रतिभागियों से कहा कि आपके कंधे पर भावी पीढ़ी की आजादी की जिम्मेदारी है। ताकि यह पीढ़ी बिना किसी डर के विकसित हो और इस विश्वास के साथ आगे बढ़ सके कि उसे न्याय मिलेगा।