पूर्वांचल प्रहरी कार्यालय संवाददाता

डिब्रूगढ़ : परिश्रम ही सफलता की कुंजी होती है। इन शब्दों को डिब्रूगढ़ के बारह वर्षीय एक किशोर ने चरितार्थ करते हुए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करने में सफलता अर्जित की है। डिब्रूगढ़ के बैरागीमठ अंचल निवासी व डॉन बॉस्को स्कूल के कक्षा सात के विद्यार्थी हिमानिष बरुवा ने मात्रा सात दिनों की कठिन परिश्रम से इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करने में सफल रहे। टंकेश्वर बरुवा व दीपांजलि बरुवा के एक मात्र पुत्र हिमानिष बरुवा ने 30 सेकेंड में 104 बार हाई नी जम्प कर पहले गुजरात के पटेल पिंस सुरेश भाई के दर्ज रिकॉर्ड 30 सेकेंड में 101 बार हाई नी जम्प को तोड़ते हुए इंडिया बुक का खिताब अपने नाम किया। इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स की तरफ से हिमानिष को एक प्रमाण पत्र, एक परिचय पत्र, एक किताब, एक मैडल, एक बैच व एक कलम भेजने के साथ स्वीकृति प्रदान की। हिमानिष बरुवा इस रिकॉर्ड के बाद अब सीट अप में रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में जुटे हैं। उसने बताया कि उसको इस रिकॉर्ड को बनाने की प्रेरणा उसके विद्यालय के उन बच्चों से मिली जिन्होंने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। उनके इस कार्य में माता-पिता व बहन ने भरपूर सहयोग प्रदान किया।