दुबईःभारत शुक्रवार को यहां महिला टी-20 विश्व कप के ग्रुप ए के अपने शुरुआती मैच में न्यूजीलैंड से भिड़ेगा तो सीनियर स्टार खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की दरकार होगी, क्योंकि टीम अतीत में बेहद करीब पहुंचकर चूकने की यादों से उबरने के लिए सकारात्मक शुरुआत के लक्ष्य के साथ उतरेगी। संभवतः अपना आखिरी टी-20 विश्व कप खेल रही कप्तान हरमनप्रीत कौर कई बार खिताब के करीब पहुंचकर चूकने और निराशाजनक क्षणों की गवाह रही हैं जिसमें टी-20 विश्व कप 2020 में मेलबोर्न में फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार भी शामिल है। अतीत की तरह यह भारतीय टीम भी प्रतिभा से भरपूर है और संभवतःकेवल ऑस्ट्रेलिया के पास ही इतनी अच्छी टीम है। लेकिन मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के पास छह टी-20 विश्व कप खिताब हैं जबकि भारत को पहले खिताब का इंतजार है। तो वैश्विक आयोजनों में भारत क्यों पिछड़ जाता है? ऐसा लगता है कि यह मुश्किल समय में मानसिक कमजोरी का मामला है और महिला टीम ने एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) में तैयारी शिविर के दौरान कुछ काउंसिलिंग सत्रों के साथ इस पर ध्यान देने की कोशिश की। इस तरह के उपाय हालांकि बड़े टूर्नामेंटों में सीमित मदद ही कर पाते हैं, क्योंकि यह पूरी तरह से किसी दिन अपनी रणनीतियों को बिना किसी गलती के लागू करने पर निर्भर करता है। न्यूजीलैंड दो बार का उप विजेता है और उनके खिलाफ जीत को रणनीतिक तथा मानसिक रूप से अच्छी स्थिति में होने का संकेत माना जा सकता है। भारत के लिए जीत के साथ आगाज करना महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इस ग्रुप में ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और पाकिस्तान भी हैं।भारत को अपने शीर्ष खिलाड़ियों 35 वर्षीय हरमनप्रीत, स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स, शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा से महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद होगी। शेफाली और मंधाना शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने जुलाई में श्रीलंका में एशिया कप में अपने पिछले अंतर्राष्ट्रीय मैच में रन बनाए लेकिन भारत फाइनल में मेजबान टीम से हार गया था। मंधाना ने पिछली पांच टी-20 पारियों में तीन अर्द्धशतक जड़े हैं। लेकिन हरमनप्रीत का प्रदर्शन कुछ निराशाजनक रहा है और उनका लय में होना भारत के शीर्ष और मध्य क्रम के लिए जरूरी है। न्यूजीलैंड की टीम में भी अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है। मैच भारतीय समयानुसार शाम 7.30 बजे शुरू होगा।