रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच पश्चिम एशिया में फिर से तनाव बढ़ गया है। इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध का दायरा बढ़ने से स्थिति विस्फोटक हो गई है। अब इजरायल और हिजबुल्ला के बीच युद्ध तेज हो गया है। रविवार को हिजब्बुला ने उत्तरी इजरायल के हाइफा सहित कुछ रिहायशी इलाकों पर भी हमले किए। इस हमले में काफी नुकसान होने की खबर है। इसके जवाब में इजरायल ने सोमवार को दक्षिणी लेबनान स्थित हिजबुल्ला के ठिकानों पर 300 रॉकेट एवं ड्रोन से हमला किया। अभी युद्ध और भड़कने की आशंका जताई जा रही है क्योंकि हिजबुल्ला के प्रमुख नसरुल्ला ने इजरायल के खिलाफ और बड़¸े हमले की चेतावनी दी है। इजरायल की खुफिया एजेंसी द्वारा लेबनान में पेजर, वायरलेस एवं रेडियो ब्लास्ट किए जाने के बाद तनाव और बढ़ गया है। उसके बाद हिजबुल्ला ने लगभग 150 रॉकेट और ड्रोन से इजरायल पर हमला किया था। इजरायल द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में हिजबुल्ला के शीर्ष कमांडर इब्राहिम अकील की मौत हो गई थी। अकील को नसरुल्ला के बाद नंबर 2 का नेता बताया जाता है। इजरायल के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि लेबनान में नसरुल्ला के हथियार और सैन्य उपकरण हमास की तरफ भूमिगत ठिकाने में रखे गए हैं। हवाई हमले से उनको बर्बाद नहीं किया जा सकता। दूसरी बात यह है कि हिजबुल्ला हमास से ज्यादा शक्तिशाली आतंकी संगठन है। ऐसी खबर है कि हिजबुल्ला के साथ-साथ यमन स्थित हूती विद्रोही भी हिजबुल्ला के समर्थन में इजरायल पर हमला तेज कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में इजरायल को चौतरफा मुकबला करना पड़ेगा। अमरीका के लिए भी चुनौती बन सकती है। यह सबको मालूम है कि इजरायल अमरीका का सबसे बड़ा समर्थक है। अगर हमला तेज होता है तो इजरायल को बचाने के लिए अमरीका को मैदान में उतरना ही पड़ेगा। ईरान भी लगातार इजरायल को धमकी दे रहा है। हमास के प्रमुख के मारे जाने के बाद ईरान गुस्से में है। कुल मिलाकर पश्चिमी एशिया विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ा है। अगर तत्काल शांति के मुद्दे पर सहमति नहीं बनी तो स्थिति बेकाबू हो सकती है। भारत रूस-यूक्रेन युद्ध को बंद करवाने तथा दोनों के बीच समझौते के लिए पहल कर रहा है। इधर इजरायल की स्थिति खतरनाक होती जा रही है। इजरायल पिछले अक्तूबर माह से ही हमास के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है। हमास ने भी अपना भूमिगत ठिकाना बनाया था जहां उसके लड़ाके तथा हथियार छिपा कर रखे गए थे। इजरायली सेना को उसके भूमिगत नेटवर्क को तोड़ने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी है। अब इजरायल को हिजबुल्ला और हूती जैसे विद्रोहियों का सामना करना पड़ेगा। इन विद्रोहियों के पास काफी खतरनाक मिसाइल ड्रोन तथा अन्य सैन्य उपकरण हैं। इनसे निपटने के लिए इजरायल को घातक हमला करने के साथ-साथ अपने एयर डिफेंस सिस्टम को भी मजबूत करना पड़ेगा।
इजरायल बनाम हिजबुल्ला
