पेरिसःओलंपिक की मेजबानी के चंद हफ्ते बाद ही पेरिस में करीब चार घंटे तक शहर के बीचोंबीच चले उद्घाटन समारोह के साथ ही खेलों में जीवट और जिजीविषा की बानगी पेश करते पैरालंपिक का आगाज हुआ।  ढलते सूरज की मद्धम रोशनी में हजारों खिलाड़ियों ने चैम्प्स एलिसीस एवेन्यू से प्लेस डे ला कोंकोर्ड तक चली देशों की परेड में हिस्सा लिया जहां फ्रांस के राष्ट्रपति एमैन्युअल मैकरोन ने पैरालंपिक खेलों की आधिकारिक शुरुआत की घोषणा की। ऐतिहासिक चौक के आसपास बनाई दीर्घाओं से करीब 50000 लोगों ने उद्घाटन समारोह देखा। आठ सितंबर तक चलने वाले इन खेलों में 22 विधाओं में 4000 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे जिनमें दिव्यांग, दृष्टिबाधित या बौद्धिक रूप से अक्षम खिलाड़ी शामिल हैं। आयोजकों ने कहा कि खेलों के 28 लाख टिकटों में से 20 लाख से अधिक बिक चुके हैं। ओलंपिक की ही तरह पैरालंपिक का उद्घाटन समारोह भी स्टेडियम में आयोजित नहीं किया गया। सिर के ऊपर से गुजरते लड़ाकू विमानों से फ्रांसीसी ध्वज के तीन रंगों लाल, सफेद और नीले रंग का गुबार निकल रहा था। इसके बाद वर्णमाला के क्रमानुसार देशों की परेड हुई। ब्राजील के दल में 250 से अधिक सदस्य थे तो म्यामांर के दल में सिर्फ तीन खिलाड़ी थे। यूक्रेन के दल का तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया गया और कुछ दर्शक अभिवादन में खड़े भी हो गए। फ्रांस का दल सबसे आखिर में आया तब दर्शक दीर्घा से मशहूर फ्रांसीसी गीत सुनाई दे रहे थे।  पूरे समारोह के दौरान गायकों, नर्तकों और संगीतकारों ने मंच पर प्रस्तुति जारी रखी। इनमें सक्षम और दिव्यांग दोनों कलाकार थे। समारोह के समापन के साथ ही पैरालंपिक खेलों की मशाल पूर्व ओलंपिक व्हीलचेयर टेनिस स्वर्ण पदक विजेता माइकल जेरेमियाज लेकर आए। फ्रांस के पांच पैरालंपियन ने ओलंपिक कुंड में अग्नि प्रज्जवलित की।