मालीगांव : पूर्वोत्तर सीमा रेल ने 11 नवंबर, 2021 को पू. सी. रेल मुख्यालय में स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद जी की 133 वीं जन्म जयंती मनाई। मौलाना अबुल कलाम आजाद एक स्वतंत्रता सेनानी, एक राजनेता और एक प्रख्यात शिक्षाविद् थे। यह आयोजन भारत की आजादी की 75वीं सालगिरह आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में किया गया है। पू. सी. रेल के अपर महाप्रबंधक राहुल गौतम ने देश के पहले शिक्षा मंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए मौलाना अबुल कलाम आजाद के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस महान शख्सियत की जयंती के उपलक्ष्य में इस अवसर पर पू.सी. रेल मुख्यालय के अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सभा को संबोधित करते हुए राहुल गौतम ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के जीवन के बारे में एक सुंदर व्याख्या दी। उन्होंने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद एक महान विद्वान और कवि थे। वह अरबी, अंग्रेजी, उर्दू, हिंदी, पर्शियन और बंगाली भाषाओं में पारंगत थे। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय जीवन की मुख्य धारा के समर्थक मौलाना आजाद देश की मिश्रित संस्कृति के मिसाल हैं। मौलाना आजाद ने मुफ्त शिक्षा, भारतीय शिक्षा प्रणाली और उच्च शिक्षा संस्थान स्थापित करने का काम किया। मौलाना आजाद का जीवन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है और यही कारण है कि हम भारत की आजादी की 75वीं सालगिरह के अवसर पर उन्हें याद कर रहे हैं।
आजादी का अमृत महोत्सव : पूसी रेल ने मनाई मौलाना अबुल कलाम आजाद की 133वीं जयंती
