घुसपैठ हमारे लिए दशकों से एक बड़ी समस्या बनी हुई है। सीमा पर जरा सी लापरवाही या चूक अपराधियों को देश में घुसने का मौका दे देती है। सुरक्षा बल ऐसे घुसपैठियों को पकड़ते भी हंै, मगर जो सुरक्षा के घेरे से बाहर निकल जाते हैं वे अपने मकसद में कामयाब हो जाते हैं। हमारे पड़ोसी देशों के नाजुक हालातों के बीच घुसपैठ एक बड़ी चिंता बन जाती है। फिलहाल बांग्लादेश में अस्थिरता का माहौल है। बांग्लादेश की सरकार द्वारा सुरक्षात्मक उपायों के बावजूद लोगों के मन में आशंकाएं बनी हुई है। अस्थिरता के ऐसे माहौल का लाभ उठाने के लिए घुसपैठिये अक्सर ऐसे मौके देखते हैं। दिल्ली सहित कई शहरों में बांग्लादेशी ठिकाने जमाए हुए हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के रायबरेली में कस्बा सलोन का सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां 20 हजार की आबादी में 19,184 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बन गए हैं। चंद पैसों के लालच में बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं के प्रमाण पत्र देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। सरकार को गंभीरता से इस मामले की जांच कर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। दोषियों को सजा के साथ ही फर्जी प्रमाण पत्र निरस्त हो। मामला चूंकि देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, ऐसे में जरा सी लापरवाही बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है।