पूर्वांचल प्रहरी ब्यूरो
जोरहाटः जोरहाट में फर्जी चिकित्सक बनकर लोगों को लूटने तथा चिकित्सा प्रदान करने के आरोप में कई बार ऐसे युवकों को पकड़कर पुलिस ने हवालात तक पहुंचाया है। लेकिन इस बार फर्जी चिकित्सक के रूप में एक युवती का नाम सामने आया, जिसने शहर के प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में नौकरी के लिए पहुंची। जानकारी के अनुसार जोरहाट के ताराजान स्थित एजी नॄसग होम में कुछ दिनों पहले चिकित्सक के तौर पर नौकरी करने के लिए तृषा पेगु नामक एक युवती पहुंची। युवती ने अस्पताल के निदेशक को बताया कि उसने एम्स से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की है और वह इस अस्पताल में आवासीय चिकित्सक के तौर पर काम करना चाहती है। निदेशक ने युवती को अपनी डिग्री तथा जरूरी दस्तावेज लेकर अस्पताल पहुंचने को कहा, जिसके बाद ही उसे नौकरी प्रदान की जाएगी। लेकिन इस फर्जी चिकित्सक के पास डिग्री न होने के कारण काफी दिन बीत जाने के बाद भी वह अस्पताल नहीं गई। निदेशक द्वारा जब उससे कारण पूछा गया तो उसने तबीयत खराब होने का बहाना बनाया। इस बीच गत एक व दो नवंबर को युवती ने अस्पताल में ड्यूटी की। लेकिन निदेशक ने बिना डिग्री अस्पताल में आने से साफ मना कर दिया तथा अगले दिन डिग्री के साथ आने को कहा। लेकिन इसके बाद से तृृषा पेगु अस्पताल नहीं पहुंची। निदेशक के अनुसार उसने अपना घर तेजपुर में होने की बात कही थी। इधर फर्जी चिकित्सक के बिना किसी डिग्री व प्रमाण पत्र के दो दिन अस्पताल में नौकरी करने के मामले को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। हालांकि अस्पताल प्रबंधन की तरफ से उसे औपचारिक तौर पर नौकरी पर नहीं रखा गया था। वहीं फर्जी चिकित्सक तृषा पेगु पर यह आरोप भी सामने आया है कि एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर कइयों से लाखों रुपए ऐंठे थे। फिलहाल तृषा पेगु फरार है। बताया जाता है कि धेमाजी थाने में उसके खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है।