लॉडरहिल : भारत टी-20 विश्व कप के अपने अंतिम ग्रुप ए मैच में शनिवार को यहां जब कनाडा से भिड़ेगा तो स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के पिछले कुछ मैचों में कम स्कोर उसके लिए चिंता की बात होंगे। टीम को साथ ही उम्मीद होगी कि मुकाबले में बारिश का खलल नहीं पड़ेगा क्योंकि फ्लोरिडा के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। तीन मैच में तीन जीत के साथ भारत पहले ही सुपर आठ चरण में जगह बना चुका है जिसके सभी मुकाबले वेस्टइंडीज में होंगे। आईपीएल में रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से 150 से अधिक के स्ट्राइक रेट से 700 से अधिक रन बनाने के बाद कोहली टी-20 विश्व कप में आए थे, लेकिन शुरुआती मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। वह अब अब तीन मैच में 1.66 के औसत से पांच ही रन बना पाए हैं जिसमें अमरीका के खिलाफ 'गोल्डन डक' (पहली गेंद पर खाता खोले बिना आउट होना) भी शामिल है।

उम्मीद है कि वह एक बार फिर आईसीसी प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेंगे जो 13 साल बाद भारत के लिए एक और आईसीसी खिताब जीतने का उनका संभवत:आखिरी मौका है। भारतीय टीम न्यूयॉर्क से 1850 किमी की यात्रा करके फ्लोरिडा पहुंची है और उम्मीद है कि शहर बदलने के साथ कोहली को भाग्य भी बदलेगा। ब्रोवार्ड काउंटी स्टेडियम की पिच से गेंदबाजों को शायद न्यूयॉर्क जितनी मदद नहीं मिले जहां की पिच पर असमान उछाल था और धीमा आउटफील्ड के कारण क्रिकेट से अधिक मैदान और पिच की चर्चा हो रही थी।

कोहली के ऊपर से हालांकि इस तथ्य से दबाव कुछ कम होगा कि उनके खराब प्रदर्शन का असर टीम के प्रदर्शन पर नहीं पड़ा है। कप्तान रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज कर रहे कोहली के जल्दी आउट होने से हालांकि टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिल रही और बाद में आने वाले बल्लेबाजों पर दबाव बन रहा है। ऋषभ पंत और सूर्यकुमार यादव जैसे बल्लेबाज हालांकि कोहली के खराब प्रदर्शन की भरपाई करने में काफी हद तक सफल रहे हैं। सूर्यकुमार यादव ने टूर्नामेंट में खराब शुरुआत से उबरते हुए अमरीका के खिलाफ महत्वपूर्ण अद्र्धशतक जड़ा। शिवम दुबे ने भी सह मेजबान के खिलाफ 35 गेंद में 31 रन बनाए जिससे संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल पर उन्हें एक बार फिर तरजीह मिलने की उम्मीद है।

 मैच भारतीय समयानुसार रात आठ बजे शुरू होगा।