गुवाहाटी: राजस्थान रॉयल्स की टीम प्ले ऑफ की दौड़ से बाहर हो चुके पंजाब किंग्स के खिलाफ बुधवार को यहां जब नॉकआउट में अपनी जगह सुनिश्चित करने उतरेगी तो भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की सबसे प्रभावी क्रिकेट प्रतिभाओं में शामिल रियान पराग को अपने घरेलू प्रशंसकों से भव्य स्वागत की उम्मीद होगी। दस टीम की तालिका में 16 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर मौजूद रॉयल्स को अंतिम चार में जगह पक्की करने के लिए गुवाहाटी में अपने अगले दो 'घरेलू' मैचों में से एक में जीत सुनिश्चित करने की जरूरत है।
पिछले कुछ वर्षों से गुवाहाटी रॉयल्स का दूसरा घरेलू मैदान रहा है और पराग की क्षमताओं पर छह साल तक निवेश को देखते हुए यह फ्रेंचाइजी का एक रणनीतिक कदम था। प्रदर्शन में निरंतरता की कमी के लिए सोशल मीडिया पर आलोचना झेलते रहे पराग के लिए इस साल घर वापसी खास है, क्योंकि सलामी बल्लेबाज नहीं होने के बावजूद उन्होंने 153 के स्ट्राइक रेट से 483 रन बनाकर शानदार प्रदर्शन किया है। इस प्रदर्शन ने पराग को अगली टी-20 शृंखला के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने का दावेदार बना दिया है जहां उनके अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण करने की उम्मीद है।
जब भी ऐसा होगा तब पराग सीनियर टीम की प्रतिष्ठित नीली जर्सी पहनने वाले पूर्वोत्तर के पहले क्रिकेटर बन जाएंगे।यहां इस 22 वर्षीय खिलाड़ी के लिए समर्थन स्वाभाविक होगा और इससे पंजाब किंग्स के खिलाफ संजू सैमसन और उनकी टीम को भी मदद मिलेगी। पंजाब किंग्स के लिए मौजूदा सत्र में शशांक सिंह और आशुतोष शर्मा ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन टीम एकजुट होकर प्रभावी प्रदर्शन करने में विफल रही। सत्र के अधिकांश हिस्से से चोट के कारण कप्तान शिखर धवन की अनुपस्थिति ने मामले को और बिगाड़ दिया, क्योंकि कार्यवाहक कप्तान सैम कुरेन कप्तानी करते हुए प्रभावी नजर नहीं आए। दूसरी तरफ कप्तान के रूप में सैमसन का कद बढ़ गया है और मौजूदा सत्र एक बल्लेबाज के रूप में उनका सर्वश्रेष्ठ सत्र होने की उम्मीद है। वह पहले ही 486 रन के साथ अपनी टीम के शीर्ष स्कोरर हैं।