पूर्वांचल प्रहरी स्टाफ रिपोर्टर गुवाहाटी : नॉर्थ ईस्ट इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (एनईआईपीडीए) ने  48 घंटे का  हड़ताल स्थगित कर दी गई है, मालूम हो कि  यह हड़ताल  30 मार्च से 1 अप्रैल तक असम के साथ ही पूर्वोत्तर में पेट्रोल पंप बंद करने की घोषणा की थी। यह निर्णय एनईआईपीडीए द्वारा 28 मार्च को अपने उजान बाजार कार्यालय में एक आम बैठक ली गई थी। जहां सदस्यों ने अपनी शिकायतों और मांगों पर चर्चा की। उठाई गई प्राथमिक चिंताओं में 2017 के बाद से डीलर कमीशन में संशोधन की कमी के साथ-साथ खुदरा दुकानों (आरओ) की बढ़ती परिचालन लागत भी शामिल थी। एनईआईपीडीए ने 3 फरवरी, 2024 को लिखे एक पत्र में तेल कंपनियों को इन मुद्दों के बारे में बताया था, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। हड़ताल की शुरुआती योजनाओं के बावजूद, एनईआईपीडीए ने जिला प्रशासन, चुनाव मीडिया सेल, पुलिस प्रशासन और तेल कंपनियों के साथ परामर्श के बाद कार्रवाई को स्थगित करने का फैसला किया है। हालांकि एनईआईपीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह मुद्दा तेल कंपनियों के सरकारी उपक्रम होने से जुड़ा है, जिनकी मांगें माने जाने पर चुनाव आचार संहिता का उलंघन हो सकता है। नतीजतन, हड़ताल को फिलहाल के लिए टाल दिया गया है। एनईआईपीडीए के प्रतिनिधियों का कहना है कि तेल कंपनिया डीलर के अधिकार को छीनने का हर संभव प्रयास कर रही है।  कई बार हम अपनी मांग तेल कंपनियों के पास रख चुके है, परंतु इसका असर नही दिख रहा है। परंतु इसका व्यापक प्रभाव डीलरों पर पड़ रहा है। एनईआईपीडीए के प्रतिनिधियों का कहना है किएनईआईपीडीए के प्रतिनिधियों का कहना है कि रिफाइनरी साल में दो बार डीलर का कमिशन बढ़ाए। उनका कहना था कि वर्तमान में वे इस हड़ताल को स्थगित कर दिए हैं, परंतु चुनाव के संपन्न होने के बाद हम चुप नही बैठेंगे। नईआईपीडीए का कहना है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो वे आगामी समय में हम हड़ताल करने को बाध्य होंगे।