पूर्वांचल प्रहरी डेस्क संवाददाता

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी स्कूलों में सेवा दे रहे 36 टेट शिक्षकों में से 21 को सीआईडी ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने कहा कि सीआईडी ने 36 में से 21 टेट शिक्षकों को गिरफ्तार किया है जो अपने शैक्षणिक रिकॉर्ड से संबंधित फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी स्कूलों में सेवा दे रहे थे। इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए सीएम ने कहा कि हमें असम में 36 टीईटी शिक्षकों के बारे में जानकारी मिली,जो कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी स्कूलों में सेवा दे रहे थे। सीआईडी ने सोमवार सुबह तक 36 टीईटी शिक्षकों में से 21 को गिरफ्तार किया है। ऑपरेशन जारी है और मुझे विश्वास है कि हम जल्द ही उन सभी को गिरफ्तार कर लेंगे। सीएम ने यह भी कहा कि बाकी 15 टेट शिक्षकों की गिरफ्तारी के बाद असम में फर्जी डिग्री और सर्टिफिकेट कोर्स प्रदाताओं की सांठगांठ भी सामने आ सकती है। इस बीच सूत्रों ने बताया कि बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) के विभिन्न सरकारी स्कूलों में अधिकतम गिरफ्तार टेट शिक्षकों की भर्ती की गई थी। रविवार को सीआईडी ने कोकराझाड़, चिरांग, बक्सा और उदालगुड़ी जिलों में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर 21 टीईटी शिक्षकों को गिरफ्तार किया है। सीआईडी मुख्यालय में फिलहाल 18 फर्जी टीईटी शिक्षक पेश किए गए हैं। इससे पहले कामरूप पुलिस ने चार अन्य टीईटी शिक्षकों को हाजो से गिरफ्तार कर सीआईडी को सौंप दिया था। सूत्रों ने बताया कि चारों आरोपियों को हाल ही में बक्सा और चिरांग जिलों में टेट शिक्षकों के रूप में भर्ती किया गया था।