पूर्वांचल प्रहरी कार्यालय संवाददाता 

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी (आईआईटीजी) के शोधकर्ताओं ने एक लचीला और पर्यावरण के अनुकूल ऐसा उपकरण विकसित किया है जिसमें सेंसर लगे है और जो मानव गतिविधियों की वास्तविक समय में निगरानी कर सकता है। संस्थान द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, पहनने योग्य इस उपकरण का उपयोग मानव गतिविधियों की निगरानी, मानव और मशीनी अंतःक्रियाओं को समझने और पुनर्वास प्रक्रियाओं के दौरान रोगियों की निगरानी के लिए किया जाता है। इस तरह के सेंसर उन सामग्रियों से बने होते हैं जो गति से उत्पन्न होने वाले यांत्रिक दबाव को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करते हैं और जिनका पता लगाया जा सकता है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि संवेदन उपकरण लचीला, मजबूत और बड़े तथा सूक्ष्म दोनों तरह की गतिविधि के लिए अत्यधिक संवेदनशील होना चाहिए और टीम ने एक ऐसा उपकरण विकसित किया है जो संवेदनशीलता और स्थायित्व में मौजूदा सेंसर से बेहतर है। शोध दल का नेतृत्व सेंटर फॉर नैनो टेक्नोलॉजी एंड स्कूल ऑफ हेल्थ साइंस के डॉ उत्तम मन्ना,एसोसिएट प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग, नैनो प्रौद्योगिकी केंद्र और स्वास्थ्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी स्कूल, आईआईटी गुवाहाटी और प्रोफेसर रॉय पैली, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्टि्रकल इंजीनियरिंग विभाग, नैनो प्रौद्योगिकी केंद्र और स्वास्थ्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी स्कूल, आईआईटी गुवाहाटी ने किया।