आज के समय में मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन  गया है। सुबह उठने के बाद से रात को सोने तक हम अपने दिनभर के कामों के लिए मोबाइल पर निर्भर हो चुके हों। चाहे अलार्म लगाना हो, रिमाइंडर सेट करना हो या किसी से बात करनी हो, सभी कामों के लिए मोबाइल हमारे हाथ में ही रहता है। लेकिन जैसे जैसे मोबाइल फोन के फीचर्स बढ़ रहे हैं, रात के समय मोबाइल फोन तकिए के नीचे रखकर सोने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। अब आलम ऐसा है कि बिना मोबाइल फोन यूज किए या कोई सीरीज या वीडियो देखे हमें नींद ही नहीं आती है। मोबाइल फोन ने हमारी जिंदगी तो आसान कर दी है लेकिन यह धीरे-धीरे हमारी उम्र कर रहा है। मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होती हैं। इससे डिप्रेशन, स्ट्रेस और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी होने का भी खतरा रहता है। अगर आपको भी सोते समय मोबाइल पास रख कर सोने की आदत है तो इसे जल्द ही छोड़ दें क्योंकि यह आपकी सेहत को बहुत नुकसान पहुंचा सकती है। आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि सोते समय मोबाइल फोन पास रख कर सोने से क्या नुकसान होते हैं। 

कैंसर और ट्यूमर होने का खतरा :रात के समय मोबाइल फोन पास रखकर सोने की आदत आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है। मोबाइल फोन से  निकलने वाली रेडिएशन से कैंसर और ट्यूमर जैसी घातक बीमारियां होने का खतरा रहता है।

अनिद्रा की समस्या : रात को हमारे शरीर में मेलाटोनिन नाम का हॉर्मोन निकलता है जो शरीर को नींद के लिए तैयार करता है। लेकिन रात के समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से फोन से निकलने वाली रेडिएशन के कारण यह हॉर्मोन सही ढंग से रिलीज नहीं हो पता है और अनिद्रा की समस्या होती है। 

दिमाग पर पड़ता है नकारात्मक प्रभाव : अगर आप भी रात को सोते समय मोबाइल फोन तकिए के नीचे या सीने पर रखकर सोते हैं तो अपनी ये आदतें जल्द ही छोड़ दें क्योंकि ये आपके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। रात के समय मोबाइल पास रखकर सोने से दिमाग पर भी नकारात्मक प्रभाव होता है। 

शरीर में स्ट्रेस हॉर्मोन का स्तर बढ़ता है  :रात के समय मोबाइल फोन से दूर रहें क्योंकि इसके ज्यादा इतेमाल से शरीर में कोर्टिजोन नामक स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ता है और आप नींद के दौरान भी तनाव में रहते हैं। बिगड़ सकता है डीएनए का स्ट्रक्चर :मोबाइल फोन को हमेशा शरीर से चिपका कर रखने से आपके डीएनए का स्ट्रक्चर भी बिगड़ सकता है।  

डिप्रेशन और तनाव : मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। इससे दिमाग की नसें सिकुड़ने लगती हैं जिसके कारण दिमाग में ऑक्सीजन की सही मात्रा नहीं पहुंच पाती है। मोबाइल फोन की रेडिएशन के दुष्प्रभाव के कारण ही आजकल लोगों में डिप्रेशन और तनाव जैसी बीमारियों का स्तर बढ़ता जा रहा है। 

डायबिटीज और दिल की बीमारियों का खतरा :रात में मोबाइल फोन पास रख कर सोने से ना केवल कैंसर जैसी बीमारी का खतरा रहता है, बल्कि इससे डायबिटीज और हृदय रोगों की संभावना भी कई गुणा बढ़ जाती है।