चीन ने दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज बनाया है। चीन ने पिंगटांग और लुओडियान नामक दो काउंटी को जोड़ने के लिए इस ब्रिज का निर्माण किया है। इस अद्भुत ऊंचाई वाले पुल का नाम है पिंगटांग ब्रिज है। पिंगटांग ब्रिज गुईझोउ प्रांत में बहने वाली काओडू नदी की घाटी पर बनाया गया है। यह पिंगटांग और लुओडियान एक्सप्रेस-वे को जोड़ता है। इसकी कुल लंबाई 2,135 मीटर है। यानी करीब 2.13 किलोमीटर। इसका मेन टावर 332 मीटर ऊंचा है। यानी करीब 1090 फीट है। इस ब्रिज में प्रमुख रूप से तीन टावर हैं। ये टावर केबल के सहारे जुड़े हुए हैं। इसके दोनों तरफ सुरंगे हैं जो एक्सप्रेस वे को पुल से जोड़ती हैं। इस पर गाडिय़ां और ट्रेनें दोनों एकसाथ चल सकेंगी। क्योंकि यह ब्रिज डबल डेकर है।
इस ब्रिज पर ही पिंगटांग और लुओडियान के बीच हाईस्पीड ट्रेन चलेगी। इस ट्रेन के चलने से पिंगटांग और लुओडियान के बीच की दूरी ढाई घंटे से घटकर एक घंटे रह जाएगी। इसी के साथ गुईझोउ प्रांत में हाईस्पीड ट्रेन की लाइन 7000 किलोमीटर हो जाएगी। चीन का गुईझोउ प्रांत अपने ब्रिजों के लिए जाना जाता है। इस प्रांत में 20 हजार से ज्यादा ब्रिज हैं। क्योंकि ये पूरा प्रांत ही पहाड़ियों पर बसा है। आवागमन के लिए छोटे-बड़े कई पुल और ब्रिज बनाए गए हैं। दुनिया के 100 सबसे ऊंचे ब्रिजों में से 46 ब्रिज गुईझोउ में ही हैं। इसीलिए दुनिया में गुईझोउ को ब्रिजों का म्यूजियम कहा जाता है।