गुवाहाटी मे फर्जी व बहुरूपिए किन्नरो की भरमार सी हो गई है, जिससे समाज में उश्छृंखलता भी बढ़ी है। राज्य में मीडियाकर्मी के साथ ही पुलिसकर्मी के सहयोग से किन्नर के नाम पर व्यापक सिंडिकेट राज चल रहा है, परंतु अब ऐसा नही होगा। किन्नर की आड़ में समाज में फैले फर्जी कि किन्नरो पर नकेल कसने के लिए जल्द ही टास्क फोर्स का गठन होगा। टास्क फोर्स इंटेलिजेंस तथा विशेष पुलिस के सहयोग से राज्य के फर्जी किन्नरों की पहचान व जांच के साथ ही कारवाई भी करेगी। इस आशय की बातें आज असम सरकार ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड के एसोशिएट वाइस चेरमैन स्वाति विधान बरूवा ने कही। गुवाहाटी प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि राज्य में बाहरी राज्यों के साथ ही व्यापाक मात्रा में फर्जी किन्नर जबरदस्ती लोगों से वसूली करते हैं। सबसे अहम बात यह है कि आज के समय में इस व्यापार में पत्नी, पति के साथ ही बेटा व बेटी भी जड़ित हैं। वे स्वयं को किन्नर बताकर लोगों से मांगलिक कार्यक्रम व बधाईं देने के नाम पर जबरन पैसा वसूलते हैं। परंतु अब राज्य में ऐसे किन्नरों की खैर नहीं है। अब उन पर कानूनी कार्रवाई होगी। इसके साथ ही उन्हें राज्य से खदेड़ा जाएगा। यही नहीं, राज्य में अवैध किन्नर, ट्रांसजेंडर, गे व लेस्बियन के नाम पर संगठन चल रहा है। किन्नरों की कोई जाति व धर्म नहीं होता है। इसके बाद भी राज्य में किन्नरो को सुख, सुविधा के साथ ही विभिन्न तरह के प्रलोभन नाम पर धर्मांतरण कर क्रिश्चियन बनाया जा रहा है। वहीं अधिवक्ता नमिता मोदी जैन का कहना है कि मारवाड़ी समाज को किन्नरों को पहचान पत्र देखकर ही उनसे बधाइया लेनी चाहिए। इस मौके पर किन्नर जुली, रिंकी सिंह के साथ ही अन्य किन्नर उपस्थित थे।