गुवाहाटी : कलियाबर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद तथा कांग्रेस नेता गौरव गोगोई को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में शामिल करने के बाद सोमवार को गुवाहाटी के राजीव भवन में उन्हें सम्मानित किया गया। लोकसभा में उप दलनेता का दायित्व निष्ठापूर्वक पालन करके देश की जनता का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम कांग्रेस नेता गौरव गोगोई को एपीसीसी अध्यक्ष भूपेन बोरा और अन्य नेताओं ने सम्मानित किया। सांसद गौरव गोगोई को सम्मानित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने कहा, धीरे-धीरे लोग अब गौरव गोगोई को पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे नहीं बल्कि कहने लगेंगे कि तरुण गोगोई गौरव गोगोई के पिता थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति कांग्रेस की सबसे पुरानी संस्था है और दिसंबर 1885 में उमेश चंद्र बनर्जी की अध्यक्षता में पहली 70 सदस्यीय सीडब्ल्यूसी का गठन किया गया था। गौरतलब है कि सीडब्ल्यूसी में असम के कई प्रमुख कांग्रेस नेताओं को शामिल किया गया था लेकिन गौरव गोगोई जैसे युवा सांसद को पहली बार शामिल किया गया। भूपेन बोरा ने कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो सभी जातीय समूहों के लोगों के साथ-साथ वरिष्ठों और युवाओं का भी प्रतिनिधित्व करती है और इसलिए गौरव गोगोई जैसे नेताओं को भारत के 40 प्रतिशत लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले युवा समुदाय की ओर से इस सर्वोच्च शक्ति प्राप्त सीडब्ल्यूसी में शामिल किया गया है।
इतना ही नहीं, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकाजुर्न खडग़े के खिलाफ चुनाव लड़ रहे शशि थरूर जैसे नेताओं को भी सीडब्ल्यूसी में शामिल किया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, अंबिका सोनी जैसे वरिष्ठ नेताओं से लेकर सचिन पायलट जैसे कनिष्ठ नेता भी सीडब्ल्यूसी में शामिल हो गए हैं जो भारतीय जनता पार्टी में ऐसा देखने को नहीं मिलता है। यह भाजपा और कांग्रेस के बीच नीतिगत अंतर है। सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि देश की जनता अब सांप्रदायिक भाजपा की असली प्रकृति को समझ गई है और आगामी लोकसभा चुनाव में इसका जवाब देगी।