गुवाहाटी: देश में खेल को बढ़ावा देते हुए भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने शुक्रवार को राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीई) का उद्घाटन किया जो न केवल खिलाडिय़ों के कौशल को निखारेगा बल्कि कोच भी तैयार करेगा। इंडोनेशिया केजाने माने कोच मुल्यो हांडोयो एकल खिलाडिय़ों के विकास पर ध्यान देंगे तो वहीं पूर्व ऑल इंग्लैंड चैंपियन रूस के इवान सोजोनोव और कोरिया के पार्क ताए-सांग कोचिंग पैनल के प्रभारी होंगे। यह जोड़ी वैश्विक मानकों को पूरा करने के लिए भारतीय कोचों के एक समूह को प्रशिक्षित और विकसित करेगी।
बीएआई सचिव संजय मिश्रा ने इस लॉन्च के दौरान कहा कि कोचों के कौशल को अगले स्तर पर ले जाया जाएगा। मैं बीएआई में अपने सहयोगियों के साथ व्यक्तिगत रूप से परियोजना पर नजर रखूंगा। इस कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री एवं बीएआई के अध्यक्ष डॉ.हिमंत विश्वशर्मा, 2004 एथेंस ओलंपिक चैंपियन एवं दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी तौफिक हिदायत, ऐतिहासिक थॉमस कप विजेता भारतीय टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद भी उपस्थित थे। इंडोनेशियाई दिग्गज हिदायत ने देश में बैडमिंटन आंदोलन को बढ़ावा देने के लिए बीएआई के कदम की सराहना की।
उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में अच्छी सुविधाएं हैं और यह बड़ा भी है। मुझे उम्मीद है कि भारत के और भी जूनियर खिलाड़ी गोपीचंद, सिंधु, सायना जैसे बड़े खिलाड़ी बनेंगे। मुझे उम्मीद है कि मैं निकट भविष्य में दोबारा आ सकूंगा। भारतीयों और असम के खिलाडिय़ों को भी शुभकामनाएं। इस दौरान बीएआई और असम सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। एनसीई को शुरुआती चरण में 60 खिलाडिय़ों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 16 कोर्ट को तैयार किया गया है। केंद्र में आधुनिक फिटनेस उपकरणों के साथ 4,000 वर्ग फुट की व्यायामशाला, खिलाडिय़ों के लिए 60 बिस्तरों वाला छात्रावास और एक फिजियोथेरेपी केंद्र है।