मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने चार दिन पहले ही असम की लाडली लवलीना बरगोहाईं के स्वागत के लिए सरकार के खेल विभाग की ओर से बनाए गए होॄडग तथा बैनरों में मुख्यमंत्री तथा खेलमंत्री के फोटो न लगाकर सिर्फ खिलाड़ी के ही फोटो लगाने का निर्देश दिया है। सरकार के कैबिनेट मंत्री तथा प्रवक्ता पीयूष हजारिका ने मंगलवार को विधानसभा बैठक के अंत में संवाददाताओं को उपरोक्त आशय की जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा था कि जिन बैनरों में लवलीना बरगोहाईं के साथ मंत्री के फोटो भी लगाए गए हैं वे हटा देने चाहिए, नहीं तो कांग्रेस की ओर से उन्हें हटाने का प्रयास किया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा के जवाब में मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि मुख्यमंत्री ने चार दिन पहले ही इस विषय पर जो निर्देश दिया हैं, वह खेल विभाग की ओर से कार्यान्वित किया जाएगा, परंतु कांग्रेस सदस्यों की ओर से होर्डिंग तथा बैनर हटाने की बात पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंत्री हजारिका ने कहा कि वे कानून अपने हाथों में नहीं ले सकते। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष की सलाह पर सरकार अवश्य ध्यान में रखेगी। मंत्री पीयूष हजारिका ने मीडिया के जरिए कांग्रेस अध्यक्ष को अवगत कराया कि अगर खिलाड़ी के साथ राजनीतिकों के फोटो नहीं लगनी चाहिए तब खेल के जुड़े संस्थानों के साथ भी राजनीतिकों के नाम जुड़ने नहीं चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में नेहरू स्टेडियम सहित कई स्टेडियम इंदिरा गांधी तथा राजीव गांधी के नाम पर नामकरण किए गए हैं। अगर कांग्रेस दल को खिलाडियों के साथ राजनीतिकों के फोटो लगाना पसंद नहीं हैं, वे ऐसा करने के लिए मना कर रहे हैं और कानून को अपने हाथों में लेकर खुद होर्डिंग तथा बैनरों को हटाने की बात करते हैं तो उन्हें फैसला लेना चाहिए कि नेहरू स्टेडियम का नामकरण किसी प्रसिद्ध खिलाड़ी के नाम पर किया जाए। इसके अलावा मंत्री पीयूष हजारिका ने कांग्रेस अध्यक्ष से अपील की कि राजीव गांधी और इंदिरा गांधी आदि के नाम पर जिन संस्थानों का नामकरण किया गया है कांग्रेस दल को उन्हें बदलने के लिए फैसला लेकर सरकार को अवगत करना चाहिए।
नेहरू स्टेडियम का नाम राज्य के किसी प्रसिद्ध खिलाड़ी के नाम पर करने का लाएं प्रस्ताव
