नई दिल्ली : इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। ब्रॉड ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवां एशेज टेस्ट उनके करियर का आखिरी मैच है। यह मैच लंदन के केनिंग्टन ओवल स्टेडियम में खेला जा रहा है। ब्रॉड टेस्ट में दूसरे सफल तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने 600 से अधिक विकेट चटकाए हैं। लेकिन एक समय ब्रॉड के करियर पर संकट के बादल मंडराने लगे थे, जिसकी वजह युवराज सिंह थे। दरअसल, युवराज ने टी20 वल्र्ड कप 2007 में ब्रॉड के एक ओवर में 6 छक्के जड़े थे, जो उनके शुरुआती दौर में किसी सदमे से कम नहीं था।
हालांकि, ब्रॉड इस सदमे से उबरने में सफल रहे और उन्होंने खुद को साबित किया। ब्रॉड ने रिटायरमेंट के ऐलान के बाद उस अनुभव को लेकर अपनी राय रखी है। 37 वर्षीय ब्रॉड ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हां, वो (युवराज द्वारा 6 छक्के मारना) वाकई एक बहुत मुश्किल दिन था। मैं तब 21 या 22 का था। मैंने बहुत कुछ सीखा। मैंने उस अनुभव के बाद अपना पूरा मानसिक रुटीन तैयार किया।
उन्होंने आगे कहा कि निश्चित रूप से मैं चाहता हूं कि ऐसा ना हुआ होता। लेकिन मुझे लगता है कि उसने प्रतिस्पर्धी बनने के लिए मजबूत किया, जो मैं आज हूं और मुझे काफी हद तक आगे बढ़ाया। आप स्पष्ट रूप से बड़े पैमाने पर उतार-चढ़ाव से गुजरते हैं और जब आप बेन स्टोक्स जैसे किसी खिलाड़ी के करियर को देखते है, तो उन्होंने भी उस तरह का काम किया है। लेकिन मुझे लगता है कि अगर वापसी करने की क्षमता है तो आप बुरे दिनों को पीछे छोडऩे में सक्षम होते हैं।