इंफाल : मई महीने में मणिपुर में जातीय संघर्ष भड़कने के बाद कथित तौर पर 27 लोग लापता हो गए हैं। सूत्रों ने बताया कि लापता लोगों में दो पत्रकार, कई नाबालिग और महिलाएं शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, दोनों लापता पत्रकारों की पहचान एटम समरेंद्र सिंह (47) और युमखैबम किरणकुमार सिंह (48) के रूप में हुई है। लापता लोगों की उम्र 17 साल से 47 साल के बीच है। सभी 27 लोग मई, जून और जुलाई से लापता हैं। वे बिष्णुपुर, इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, काकचिंग, टेंग्नौअल, कांगपोकपी, थौबल और चंदेल सहित हिंसा प्रभावित स्थानों के निवासी थे। सूत्रों के मुताबिक, ये मामले मणिपुर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज किए गए हैं। मणिपुर सरकार हिंसा प्रभावित राज्य के आदिवासी समुदायों के लापता लोगों के संबंध में डेटा एकत्र करने की भी कोशिश कर रही है। मणिपुर में पहली बार झड़पें 3 मई को हुई जब मेइतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च आयोजित किया गया था। मणिपुर की आबादी में मेइतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं।